कमरतोड़ मंहगाई का राजनीतिज्ञों पर असर नहीं,पत्रकार आगे आए

रतलाम। पेट्रोल डीजल तथा गैस सिलेंडर के लगातार बड़ रहे भावों से आम नागरिक त्रस्त है।लेकिन राजनैतिक हलकों में इस कमरतोड़ मंहगाई की जेसी चर्चा होना चाहिए नही ह़ो रही है।
पेट्रोलियम पदार्थों के भावों में लगातार हो रही वृद्धि का असर सभी वस्तुओं पर हो रहा है, इसी के कारण खाने की वस्तुओं में भी तेजी आ रही है।मिठाई, नमकीन, दवाइयों सहित रोजमर्रा की वस्तुओं के भाव आसमान छू रहे है।शासन पर समाज के हर वर्ग को दबाव बनाना होगा विशेषकर बुद्धिजीवियों, पत्रकार जमात को भी अपनी आवाज बुलंद करना होगी ताकि सरकार भावों पर नियंत्रण और कम करने की दिशा में त्वरित कदम उठाएं।सरकार का ध्यान आकर्षित करने का दायित्व लोकतंत्र में हर नागरिक का है।ताकि परेशानी से जुझ रही जनता को राहत मिल सके।