कलेक्टर ने समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए निर्देश
रतलाम । इको टूरिज्म पार्क धोलावाड़ में आयोजित किए जा रहे पर्यटन महोत्सव के सफल आयोजन के लिए सभी अधिकारी समन्वय के साथ कार्य करें। सौपे गए दायित्वों का निर्वहन निष्ठा के साथ करें। यह निर्देश कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने समय सीमा पत्रों की समीक्षा बैठक में दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती जमुना भिड़े, एसडीएम श्री अभिषेक गहलोत, श्री एम.एल. आर्य, सुश्री सिराली जैन तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पर्यटन महोत्सव के सघन प्रचार प्रसार के लिए अधिकारी जिले में धरातल स्तर पर कार्य करें। बैठक में बताया गया कि जिले में टूरिस्ट सर्किट बनाने की योजना तैयार की गई है जिसकी डीपीआर पर काम किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की समीक्षा के दौरान उपसंचालक कृषि तथा जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा बताया गया कि आईसीआईसी आई बैंक द्वारा फसल बीमा से संबंधित 130 प्रकरणों का निराकरण नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इस संबंध में उपसंचालक कृषि अपने संचालक को पत्र लिखें ताकि राज्य स्तर से बैंक के विरुद्ध कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही कलेक्टर ने निर्देश दिए कि वे सभी बैंक जिनको शोकॉज नोटिस जारी किए गए हैं, उनके संबंध में कृषि विभाग के प्रमुख सचिव तथा संचालक वित्त को पत्र लिखा जाए। उद्योग विभाग की योजना में ब्याज अनुदान प्राप्त नहीं होने की जानकारी दी जाने पर कलेक्टर ने शासन को पत्र लिखने के निर्देश दिए। उपायुक्त सहकारिता को निर्देशित किया कि वह जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के प्रशासक भी हैं इसलिए बैंक का कार्य भी समय सीमा में पूर्ण कराएं।
सीएम हेल्पलाइन में समीक्षा के दौरान मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम के अधिकारी को निर्देशित किया गया कि उनकी शिकायत 875 दिनों से निराकरण से लंबित है। आगामी 5 जनवरी को समाधान कार्यक्रम के पूर्व शिकायत का निपटारा सुनिश्चित करें अन्यथा उनके निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। पीआईयू के महाप्रबंधक श्री आर.एस. तोमर ने बताया कि जिले में निर्माणाधीन एक्सप्रेस-वे के वाहनों द्वारा उनकी 21 सड़कों को नुकसान पहुंचा दिया गया है। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी से दूरभाष पर तत्काल चर्चा कर अवगत कराया गया।
बैठक में कलेक्टर द्वारा मिलावट से मुक्ति अभियान की समीक्षा के दौरान इस बात पर सख्त नाराजगी व्यक्त की गई कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि अभियान मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता में सम्मिलित है। यदि अभियान के दौरान उल्लेखनीय कार्य नहीं किया गया तो संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित रूप से की जाएगी। कलेक्टर ने जिले में नवीन पात्रता पर्चियों के वितरण तथा पर्चीधारकों को खाद्यान्न वितरण की समीक्षा में अधिकारियों को निर्देशित किया कि आगामी तीन दिवस में सभी पात्रता पर्चीधारकों को खाद्यान्न का वितरण सुनिश्चित करें। इसमें खाद्य विभाग के साथ ही एसडीएम, तहसीलदारों की भी जिम्मेदारी है वह उचित मूल्य दुकान संचालकों को बुलाकर खाद्यान्न वितरण का कार्य करवाएं, पंचायतों की सतर्कता समितियों को भी सक्रिय करें।
कलेक्टर द्वारा जिले के सभी एसडीएम को निर्देशित किया गया कि वह अपने अधीनस्थ अधिकारियों को नियंत्रण में रखें। बगैर सूचना के कोई भी अधिकारी, कर्मचारी मुख्यालय से बाहर नहीं जाए। यदि कोई ऐसा करता है तो जानकारी मिलने पर उसे निलंबित किया जाएगा। एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत समीक्षा में बताया गया कि जिले के 2 किसान लहसुन आधारित प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए आगे आए हैं, उसके लिए विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है। कलेक्टर द्वारा जिले के किसानों हेतु छोटे-छोटे कोल्ड स्टोरेज ज्यादा से ज्यादा संख्या में बनवाने के निर्देश उद्यानिकी विभाग को दिए गए। साथ ही नींबू पर आधारित प्रोसेसिंग यूनिट स्थापनाओं के लिए भी कार्रवाई के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया गया कि जिला चिकित्सालय में आयुष्मान भारत योजना के तहत ओपीडी पर आयुष्मान कार्ड बनाने की संपूर्ण जानकारी दी जाए। साथ ही इसके लिए पृथक से विंडो तैयार की जाए। किसानों के लिए यूरिया उपलब्धता की समीक्षा के दौरान उपसंचालक कृषि द्वारा बताया गया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है, कहीं कोई समस्या नहीं है। कालाबाजारी या अधिक राशि लेने की भी कोई रिपोर्ट नहीं है। इस संबंध में पूर्व में दो व्यक्तियों पर एफआईआर की गई थी। कलेक्टर द्वारा उक्त दोनों एफआईआर के संबंध में चालान प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में निगमायुक्त श्री सोमनाथ झारिया ने बताया कि निगम द्वारा शहर से 500 से अधिक पशुओं को गौशालाओं में भिजवाया गया है। अभी अनुमानित 100 से 125 पशुओं को शहर से ले जाकर गौशालाओं में भिजवाना है। इस संबंध में उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवा को निर्देशित किया गया कि वह गौशालाओं की क्षमता के अनुसार पशुओं को रखने की व्यवस्था कराएं। कलेक्टर द्वारा जिला खनिज विभाग की समीक्षा के दौरान इस बात पर सख्त नाराजगी व्यक्त की गई कि विभाग द्वारा कोई उल्लेखनीय गतिविधियां नहीं की जा रही है। विभाग यह देखे कि जिले से गुजरने वाले सारे डंपर वाहनों में वैध रूप से खनिज एवं उनका परिवहन है अथवा नहीं। इस संबंध में ठेकेदारों के साथ भी बैठक करें और जानकारी हासिल करें।
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में समीक्षा के दौरान सामाजिक न्याय विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में चौथी रैंक अर्जित करने पर सराहना करते हुए अच्छी कार्य प्रणाली बनाए रखने के निर्देश दिए गए। समीक्षा में खाद्य विभाग की स्थिति भी बेहतर पाई गई। उपायुक्त सहकारिता को बी ग्रेड पाए जाने पर व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के लिए निर्देश दिए गए। महिला बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य, स्कूल शिक्षा का परफॉर्मेंस खराब पाया गया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के संबंध में समीक्षा के दौरान कलेक्टर द्वारा सैलाना रोड तथा महू रोड पर डिवाइडर, रोड की सफाई-धुलाई एवं पेंटिंग कराने के निर्देश दिए गए।