आज म.प्र., राज. में लहसुन के भावों में सुधार, नए लहसुन की आवक ठीक

नए लहसुन के उत्पादन और फसल की जानकारी जनवरी-फरवरी माह में देंगे

रतलाम 28 दिसंबर (मोतीलाल बाफना)। आज मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी ंिछंदवाड़ा (नागपुर) नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडऩगर, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर,सारंगपुर, सुजालपुर, आष्टा, भोपाल एवं राजस्थान की कोटा (भामाशाह अनाज मंडी एवं सब्जी मंडी), बांरा, छिपाबड़ोद, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, छाबड़ा, खानपुर, झालावाड़, निम्बाहेडा आदि छोटी-बड़ी मंडियों में आदि क्षैत्रों की लहसुन मंडियों में क्वालिटी अनुसार पुराना लहसुन 200 से 500 रू. प्रति क्विटंल की तेजी का वातारण देखा गया और कुछ एक-दो मंडी में बाजार तेज भी रहने की चर्चा है । मध्यप्रदेश की मंदसौर, रतलाम आदि कुछ मंडियों में नए लहसुन की आवक रही जिसमें मंदसौर में 500 से 600 बोरी के लगभग, रतलाम में 400 बोरी के लगभग, दलौदा में भी ऊंटी नया लहसुन आने की चर्चा है । देशी लहसुन क्वालिटी अनुसार गिला माल 1500 से 6000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास बिक्री होने की चर्चा है । वहीं पुराना लहसुन क्वालिटी अनुसार मध्यप्रदेश में 4000 से 8000 रू. प्रति क्विंटल तक जनरल भाव, कुछ मंडियों में सुपर बड़ा मोटा माल क्वालिटी अनुसार 10000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास बिकने की चर्चा है । राजस्थान में भी लहसुन क्वालिटी अनुसार 4000 से 8000 तक जनरल रहने की चर्चा है । ऊंटी का पुराना लहसुन ऊंचे भावों पर बिकने की चर्चा है । नए लहसुन की आवक नए वर्ष के जनवरी माह में मध्यप्रदेश के दलौदा, मंदसौर, रतलाम, नीमच आदि मंडियों में आवकें बढ़ सकती है । लेकिन माल गिला ही आएगा । गिले माल और क्वालिटी अनुसार माल के भाव उत्पादक कृषकों को मिलेंगे । गिले लहसुन में लम्बी दूरी पर अगर लहसुन जाता है तो 2 से 5 किलो तक एक कट्टे पर माल सुखने पर घट आने की संभावना है। नए उंटी लहसुन गिला माल होगा तो घट उस पर भी अधिक क्वालिटी अनुसार मालों पर आने की रहती है । वैसे जनवरी-फरवरी माह में नए ऊंटी लहसुन की आवकें दलौदा, मंदसौर आदि कुछ मंडियों में अच्छी प्रारम्भ हो सकती है ऐसी भी व्यापार क्षैत्रों में चर्चा है । नई लहसुन की फसलों को लेकर राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात के उत्पादन क्षैत्रों में अभी कुछ व्यापारी और उत्पादक कृषक जो उत्पादन के साथ-साथ व्यापार भी करते है वे अभी लहसुन उत्पादन क्षैत्रों का दौरा कर स्थिति का आंकलन कर रहे है ऐसी भी जानकारी प्राप्त हुई है । अभी बरसात और ठंड से कहां पर लहसुन की फसलों को नुकसान हुआ है और लहसुन की पैदावारी कैसी आएंगी इसकी वस्तु स्थिति की जानकारी जनवरी-फरवरी माह में प्राप्त होगी । वह हम आपको तीनों राज्यों की जानकारी देने का निष्पक्षता से प्रयास करेंगे। हम किसी के कहने और बताने पर समाचार को प्राथमिकता नहीं देते है । सही जानकारी मिलने पर ही हम इसकी जानकारी उत्पादक कृषकों और व्यापारियों को देने का प्रयास करते है ।