रतलाम 8 जनवरी 2021 (मोतीलाल बाफना)। देर समय तक देश के लाल मिर्च उत्पादन राज्यों महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में बरसात होने के कारण मिर्च की फसलों को कहीं पर नुकसान और कहीं पर फसलें लेट जोरदार भी आ सकती है ऐसी चर्चा है । अभी व्यापारी अपने-अपने हिसाब से लाल मिर्च बारे में फसलों की जानकारी और भावों पर अपनी-अपनी रिपोर्ट दे रहें है जो चर्चा में है । पुरानी लाल मिर्च जो कोल्ड स्टोर की है उसमें सुपर और डिलक्स मालों में कुछ वैरायटी में एक्सपोर्ट में डिमांड अच्छी रहने की चर्चा के कारणलाल मिर्च के बाजार उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में अभी कम नहीं हो रहे है और आगामी दिनों में एक्सपोर्ट डिमांड व मिर्च की आवकें अनुसार बाजार में तेजी-मंदी का वातावरण बन सकता है ऐसी चर्चा है आज गून्टूर लाल मिर्च मार्केट मेंएसी माल कोल्ड का ३0000 बोरी के लगभग और नई लाल मिर्च 12000 बोरी के लगभग रहने की चर्चा है । लाल मिर्च में कोल्ड और नई लाल मिर्च तेजा, एच 10, 334, डीडी, 341, 273, संघेटा, 355 बेडग़ी, 4884, फटकी वैरायटी आदि माल नया व पुराना आ रहा है जिसमें नए माल में रेनटच (बरसात) माल भी आता है जो क्वालिटी अनुसार फटकी माल 4000 से 8000 रू. प्रति क्विंटल व लाल माल 11000 से 18000 रू. प्रति क्विंटल तक क्वालिटी अनुसार बिक्री होने की चर्चा है । तेलगांना के वंरर्गल, खम्मम आदि मार्केटोंमें कोल्ड व नया मिर्च भी आ रहा है जो नया माल कम मात्रा में आ रहा है । तेलगांना की कुछ मंडियों में नई लाल मिर्च की आवकें फरवरी माह में अच्छी प्रारम्भ होने की चर्चा है । कर्नाटक के माल में अन्नैगिरी (बेडग़ी,हुबली,गदक) आदि मंडियों में जो माल आ रहा है वह धीरे-धीरे कम होता जा रहा है और उक्त माल में मसाला उद्योग की स्टाक के लिए खरीदी जोरदार चल रही है वहां पर क्वालिटी अनुसार के.डी.एल. डिलक्स, मीडियम, बेस्ट, डबी आदि क्वालिटी की मिर्च ऊपर में कुछ माल 30000 से 45000 तक बिकने की चर्चा है । एक-दो लाट 45000 से 50000 के आसपास भी बिकने की चर्चा है वह मिर्च वहां के स्थानीय लोकल डिमांड पर जाती है । बाकी अन्य क्वालिटी की मिर्च गून्टूर क्वालिटी व अन्य वैरायटी एवं फटकी मिर्च सभी वैरायटी की 2000 से 30000 रू. प्रति क्विंटल तक गदक, हुबली, बेडग़ी आदि क्षैत्र के मार्केटो में रहने की चर्चा है । बेल्लारी तरफ की नई लाल मिर्च की आवकें धीरे-धीरे बढ़ रही है वह मिर्च भी बेडग़ी व अन्य मंडियों में जाकर बिकने की चर्चा है । वह माल स्थानीय लोकल माल से कम भाव पर बिकता है । क्योंकि बेल्लारी की मिर्च को एक साल तक रखने में समस्या आती है ऐसी व्यापार जगत में चर्चा में रहती है । मध्यप्रदेश में मिर्च की आवकें कभी कम तो कभी ज्यादा बाजार वाले दिन रहती है वहां पर क्वालिटी अनुसार लाल मिर्च 8000 से 18000 तक डंडीदार एवं डंडीकट मालों की बिक्री होने की चर्चा है । फटकी माल भी आता है जो क्वालिटी अनुसार व्यापार होने की चर्चा है ।