रतलाम 02 जनवरी 2021 (मोतीलाल बाफना)। मध्यप्रदेश की लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में कुछ कम होने की चर्चा तो कहीं पर सामान्य तो कहीं पर ठीक रहने की चर्चा है । दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, युपी, बिहार आदि कुछ राज्यों में धीरे-धीरे खपत अनुसार मांग बढऩे के कारण लहसुन के बाजार क्वालिटी अनुसार मालो में सुधार का रूख देखा गया । वहीं पुरानी लहसुन में भी आवकें कम-ज्यादा रहने के कारण उसमें भी समाप्त सप्ताह एवं कल और आज बाजारों में सुधार होकर तेजी का वातावरण रहने की चर्चा है । पुराना लहसुन 4000 से 8000 रू. प्रति क्विटंल के आसपास जनरल बाजार एवं कहीं-कहीं 9000 के आसपास भी बिकने की चर्चा है । वैसे पुरानी लहसुन में गुजरात, महाराष्ट्र आदि राज्यों की डिमाडं क्वालिटी अनुसार मालों में चल रही है । नया लहसुन में बढ़े मालों की डिमांड अच्छी है लेकिन मंडियों में बड़े फुल गोला टाईप माल कम आने के कारण डिमांड अच्छी रहने की चर्चा के कारण फुल गोला मालों में सुखे टाईप माल समाप्त सप्ताह एवं कल और आज 500 से 700 रू. प्रति क्विंटल तेजी रहने की चर्चा है । लेकिन बिक्री सेंटरो पर जोरदार तेजी और ग्राहकी जोरदार नहीं होने के कारण व्यापारी वर्ग सोच समझकर सावधानी से व्यापार कर रहा है । मीडियम, लड्डु क्वालिटी और गुंघी एवरेज माल गिले व सूखे नए माल में रोजाना सुबह, दोपहर और शाम के निलामी में 200 से 500 रू. प्रति क्विटंल की तेजी-मंदी होना आम बात है । क्योंकि बिक्री सेंटरो पर जैसा जोश चाहिए वैसा जोश बड़े भावों में नहीं हो पा रहा है । लेकिन 15 फरवरी बाद नई लहसुन की आवकें जोरदार अगर शुरू हो गई तो तो व्यापारियों को ऊचें भावों में खतरा लगता है ऐसा वे महसूस करते है । क्योंकि लहसुन की पिछली बुआई का माल जोरदार आ सकता है क्योंकि पहली बुआई के मालोंं में बरसात के कारण लहसुन की फसलों को नुकसान भी होने की चर्चा है। जिसके कारण लहसुन की पैदावारी भी कम होने की संभावना है । देशी का कली वाला माल सभी साईजों में अगर मार्केट में आता है तो लहसुन का व्यापार को गति मिलने की चर्चा है । नई लहसुन देशी 3500 से 7000 जनरल भाव एवं बड़ेे माल के एक-दो लाट ऊंचे भावों पर भी बिक्री हो रहे है और ऊंटी लहसुन 4500 से 10000 तक क्वालिटी अनुसार मालों में बिक्री होने की चर्चा है। ऊंटी बड़े मालों में तमिलनाडु, कर्नाटक, मुम्बई, दिल्ली आदि तरफ की अच्छी डिमांड रहने की चर्चा है । राजस्थान की कोटा (सब्जी मंडी एवं भामाशाह मंडी), छिपाबड़ौद, पारा आदि कुछ मंडियों में पुराने लहसुन की आवक थोड़ी-थोड़ी हो रही है । जहां पर क्वालिटी अनुसार पुराना माल 4000 से 9000 रू. प्रति क्विटंल तक बिक्री होने की चर्चा है। नया लहसुन देश के बिक्री सेंटरो पर ट्रक भाड़ेे आदि खर्च सहित क्वालिटी अनुसार माल गिला एवं सुखा 5000 से 12000 रू. प्रति क्विटंल तक बिक्री होने की चर्चा है। मध्यप्रदेश के इंदौर में आज की आवक लगभग 18 हजार से 20 हजार बोरी के आसपास की आवक आंकी जा रही है । कुछ मालों में बाजार चाल ढिली तो कुछ सुखे मालों में समान बाजार रहने की चर्चा है ।