जालौर। सुसंस्कार के अभाव में सिखा गया ज्ञान भी जीवन में संकट विपत्ति खड़ी करके अभिशाप बन सकता है उक्त विचार राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेश ने आदर्श विद्या मंदिर में संबोधित करते कहा कि ज्ञान युक्त संस्कार आत्मा के जन्म जन्मांतर में काम आते हैं । उन्होंने कहा कि शिक्षा का लक्ष्य मात्र डिग्री प्राप्त करना नहीं है कर्तव्यों का बोध करके इमानदार से पालन करना है।
जैन संत ने कहा की ज्ञान सर्वोपरि धन है जिसको चोर चुरा नहीं सकता भाई बांट नहीं सकता आदमी जला नहीं सकता संकट में काम आता है । राष्ट्रसंत ने स्पष्ट कहा कि चरित्र निर्माण में सहयोगी बने हुई सच्चा ज्ञान है चरित्र क्या भाव है इंसान भी पशु तुल्य है । जैन संत ने बताया कि हम सब का कर्तव्य है नशा अंधविश्वास मुक्त समाज का निर्माण पर्यावरण की रक्षा राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत होना । विद्यालय के चेयरमैन अनिल धारीवाल अजय गुप्ता नितिन राठौड़ किशोर चौधरी प्रिंसिपल वीना जी शर्मा प्रिंसिपल नितिन ठाकुर सभी ने 65 के जन्मदिन पर राष्ट्रसंत का अभिनंदन किया प्रश्न मंच विजेता बच्चों को पुरस्कार दिया गया।