नई लहसुन में समाप्त सप्ताह व इस सप्ताह में 1500 से 2000 रू. तक चाल ढिली रही, आवकें जोरदार शुरू, प्रतिदिन एक लाख से डेढ़ लाख तक बोरी तक आने की चर्चा

रतलाम 11 फरवरी 2021 (मोतीलाल बाफना)। मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी ंिछंदवाड़ा (नागपुर) नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडनगऱ, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर, सुजालपुर आदि क्षैत्रों की छोटी-बड़ी कुछ मंडियों में नई लहसुन की आवकें जोरदार प्रारम्भ हो गई है । मंडी में माल उत्पादक कृषक गीला एवं सूखा दोनों प्रकार का लाता है जो गीला माल आता है ताजा गिला जैसा होता है और लम्बी दूरी की लोर्डिंग पर 50 किलो की बोरी में 3-4 प्रति बोरी के लगभग माल लोर्डिंग के बाद माल का वजन कम हो सकता है। देशी माल सभी क्वालिटी का गंंूगी, मीडियम, बड़ी मीडियम, लाडवा, फुलगोला आदि क्वालिटी के माल के साथ-साथ एवरेज माल भी आता है जो क्वालिटी अनुसार माल प्रदेश की मंडियों में अलग-अलग भाव रहने की चर्चा रहती है जहां तक देखा जाता है वहा मंडियों में समान भाव लगभग-लगभग कहीं पर भी नहीं दिखाई देते है। प्रत्येक मंडी के भाव में माल क्वालिटी अनुसार मालों में 400 से 700 रू. प्रति क्विंटल की फरक भी नजर आता है । हर मंडी में एक समान भाव नहीं पाए जाते है। इसकी भी चर्चा हमेशा रहती है। ऊंटी नया लहसुन देशी नया लहसुन 1500 से 6500 तक और कुछ मंडियों में इसके आसपास माल आ जाता है । वहीं ऊंटी गीला लहसुन क्वालिटी अनुसार गीला और सुखे माल से 4000 से 8500, ऊपर में कोई-कोई एक्स्ट्रा माल ९000 के आसपास बिक जाता है। खेतों से माल निकालकर काट कर उस पर लहसुन सुखाने का पावडर डाल कर दूसरे दिन मंडी में लगाता है तब तक हल्का-हल्का सुखा लगने लग जाता है । एकदम कली वाला बेस्ट सुपर माल प्रदेश की मंडियों में आने में 10-15 दिन लगने की संभावना है । अभी ज्यादातर कच्चे गीले और अनसुखे माल तथा पावडर वाले माल ज्यादातर आ रहे है जो व्यापारी खरीदकर मशीन में क्वालिटी बनाकर बिक्री सेंटरो पर लोर्डिंग होता है जिस पर ट्रक भाड़ा 200 से 700 रू. प्रति क्विटंल तक दूरी अनुसार लगता है और कमीशन खर्चा आदि अलग होता है । प्रदेश की मंडियों में खरीददार व्यापारियों को मंडी में उत्पादक कृषकों को नगद भुगतान तत्काल देना होता है जबकि व्यापारी का भुगतान बाहर से 15 से 45 दिनों में पैसा आता है। अभी दूसरा और तीसरा बुआई का नया लहसुन मार्च माह में आना शुरू होगा जो मार्च से अप्रैल, मई तक जोरदार आवकें रहने की संभावना है। अभी मध्यप्रदेश के कुछ जिलों में लहसुन में बीमारी के कारण उत्पादन फसल की बैठक में कमजोर होने की चर्चा है। बुआई तो अच्छी मात्रा में हुई लेकिन नई लहसुन की वर्तमान में बैठक गीले माल की कमजोर उतर रही है। फिर भी उत्पादक कृषक बिगड़ा हुआ माल गिला माल ही लाकर मंडी में ठेर कर के बेच रहा है। अभी तक नई लहसुन आने के बाद एक माह में उत्पादक कृषकों को गीले लहसुन के भाव अच्छे जोरदार मिले। अभी कुछ दिनों से आई मंदी में प्रतिदिन 3 से 5 रू. प्रति किलो की मंदी आने के कारण पिछले और चालू सप्ताह में मिलाकर कहीं-कहीं मंडियों में क्वालिटी अनुसार गीले सूखे मालों में 1500 से 2000 रू. प्रति क्विंटल की बाजार चाल ढिली होने की चर्चा जोरों पर है। लेकिन अब धीरे-धीरे पूरे देश में लहसुन की डिमांड भी निकल रही है और मार्च-अप्रैल माह में सुखा लहसुन होने पर डिमांड अच्छी रह सकती है । मार्च-अप्रैल माह में राजस्थान का नया लहसुन कोटा, हाडोती, छिपोबड़ौद आदि कई जिलों की नई लहसुन चालू हो सकती है। उसके बाद धीरे-धीरे, गुजरात, उत्तरप्रदेश आदि अन्य राज्यों की नई लहसुन की फसल शुरू हो जावेगी । मार्च अप्रैल माह में लहसुन स्टाक करके तेजी-मंदी का व्यापार करने वाले व्यापारी गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश आदि कई राज्यों के व्यापारी अपना व्यापार सुखा होने पर जोरदार प्रारम्भ कर सकते है । वहीं देश की बिक्री मंडियों में देश की मुख्य लहसुन बिक्री मंडी उप्र, बिहार, बंगाल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोहाटी, जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, गोधरा, दाहोद, वड़ोदरा, अहमदाबाद, सूरत, मुम्बई, पुना, बैंगलौर, वडूगापट्टी, कोयम्बटूर, कटक, भुवनेश्वर, भ्रदक, जाजपुरटाऊन, संभलपुर, राहुलकेला, बरगड़, भारीपदा, सैलम, मदुराई, मद्रास, त्रिची, कूम्भाकोड़म, नैल्लूर, हैदराबाद, ताड़ेपल्लीगुडम, विजयवाड़ा, विशाखापट्टम, राजामहेन्द्री, समस्तीपुर, गया, मुजफ्फपुर, गोरखपुर, पटना, लखनऊ, कानपुर, बनारस, ईलाहाबाद (प्रयागराज), अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, करनाल, गुडग़ांवा, केरला के त्रिशूर, पालघाट, कालीकट, कोचीन आदि प्रमुख मंडी एवं सेंटरों पर लहसन की बिक्री अनुसार नया देशी एवं गिले तथा सूखे वर्तमान में (वजन घटती आदि) मांग अनुसार क्वालिटी मुताबिक लहसुन 3000 से 9000 रू. प्रति क्विटंल तक देशी लहसुन और ऊपर में बेस्ट माल 10000 रू. के आसपास बिकने की चर्चा है । वहीं नया लहसुन गिला और सूखा देश के बिक्री सेंटरो पर 6000 से 12000 रू. प्रति क्विंटल तक पैकिंग और क्वालिटी अनुसार बिक्री होने की चर्चा है ।