रतलाम । कलेक्टर श्री गोपालचंद्र डाड ने जिले के चिकित्सकों से कहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का उपयोग अत्यावश्यक होने पर ही किया जाए। इस संबंध में संचालनालय स्वास्थ्य द्वारा दिए गए आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाए ताकि मरीज को अनावश्यक परेशानी का सामना न करना पड़े।
उल्लेखनीय है कि आज रतलाम के सीएचएल जैन दिवाकर अस्पताल में एक ऐसा ही प्रकरण देखने में आया जिसमें रेमडेसिविर के अनावश्यक उपयोग से मरीज की किडनी प्रभावित हुई। रतलाम निवासी रेखा मेहता को उपचार के लिए जैन दिवाकर सीएचएल अस्पताल रतलाम में भर्ती कराया गया था। इन्हें यहां रेमडेसिविर इंजेक्शन का डोस कल दिया गया। कल शाम को इनकी किडनी पर असर हुआ और इनकी स्थिति बिगड़ने लगी। आज इन्हें शासकीय मेडिकल कॉलेज में डायलिसिस के लिए लाया गया, जहां इनका डायलिसिस किया जा रहा है।
उक्त प्रकरण से सीख लेते हुए सभी चिकित्सक रेमडेसिविर इंजेक्शन का प्रयोग केवल गंभीर लक्षण वाले सीमित प्रकरणों में आवश्यक होने पर ही उपयोग करें, ताकि मरीजों को अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पड़े।