कृषि विज्ञानं केंद्र में मधुमक्खी दिवस का हुआ आयोजन

सीधी | वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द ने बताया कि भारत सरकार द्वारा भारत के 75 वे स्वतंत्रता दिवस पर भारत का अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है एवं जल शक्ति अभियान का आयोजन 22 अप्रैल से 30 नवम्बर 2021 तक किया जा रहा है। इसी तारतम्य में कृषि विज्ञानं केंद्र सीधी द्वारा विश्व मधुमक्खी दिवस 20 मई 2021 पर मधुमक्खी पालन द्वारा फसल उत्पादन में वृद्धि एवं आय का अतिरिक्त साधन के विषय पर दिनांक 20.05.2021 को ऑनलाइन वर्चुअल प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। विश्व मधुमक्खी दिवस हर साल 20 मई को विश्व स्तर पर मनाया जाता है। इस दिन 20 मई को मधुमक्खी पालन के प्रणेता एंटोन जानसा का जन्म 1734 में स्लोवेनिया में हुआ था। मधुमक्खी दिवस का उद्देश्य पारिस्थितिकी तंत्र में मधुमक्खियों और अन्य परागणकों की भूमिका को स्वीकार करना है। दुनिया के खाद्य उत्पादन का लगभग 33 प्रतिशत मधुमक्खियों पर निर्भर करता है, इसलिए वे जैव विविधता के संरक्षण, प्रकृति में पारिस्थितिक संतुलन और प्रदूषण को कम करने में सहायक हैं। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए डॉ. धनंजय सिंह द्वारा बताया गया कि मधुमक्खी मनुष्य के जीवन का आधार हैं मधुमक्खी के बिना मनुष्य के जीवन कि कल्पना नहीं कि जा सकती है क्योंकि मधुमक्खी ही हमारे फसलों में परागण का कार्य करती हैं जिससे फसलों कि पैदावार होती है।
सीधी जिले कि जलवायु मधुमक्खी पालन के लिए उपयुक्त है। केंद्र कि कार्यक्रम सहायक अमृता तिवारी द्वारा मधुमक्खी पालन कि विस्तृत जानकारी दी गई। मधुमक्खी में राजा रानी सैनिक एवं श्रमिक के बारे में जानकारी एवं मधुमक्खी पालन से क्या लाभ है तथा फसलों के उत्पादन पर कैसे प्रभाव पड़ता है कि विस्तृत जानकारी दी गई। केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉ. अलका सिंह द्वारा मधुमक्खी के उत्पाद जैसे रॉयल जैली, मोम, विष एवं परागकड़ को बेचकर अच्छी कमाई कि जा सकती है। मधुमक्खी उत्पाद का सेवन से विभिन्न प्रकार के रोगों से कैसे बचा जा सकता है की विस्तृत जानकारी दी गई। उक्त प्रशिक्षण में तकनिकी सहयोग का कार्य केंद्र के कार्यक्रम सहायक कंप्यूटर श्रीमती प्रिया चौकसे द्वारा किया गया।
कृषि विज्ञानं केंद्र सीधी के वैज्ञानिक डॉ. धनंजय सिंह ने कोरोना वायरस के महामारी से बचने के लिए मास्क लगाएं, सोशल डिस्टन्सिंग का पालन करें, बार बार हाथ धोएं, अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीका अवश्य कराएं। किसान भाइयों से अनुरोध है की बिना काम के बाहर न निकलें यदि बाहर निकलना ही पड़े तो साथ में आधार कार्ड व बही खाता पास में अवश्य रखें। बाहर से आने के बाद मास्क को डिटर्जेंट से अवश्य धोएं