रतलाम । खुशियों की दास्तां- स्वयं सहायता समूह चला रहे कोरोना जागरुकता अभियान मध्यप्रदेश डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला रतलाम अन्तर्गत संचालित स्वयं सहायता समूह द्वारा एक बार फिर से कोरोना महामारी से बचाव हेतु सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। कोरोना से बचाव हेतु राज्य कार्यालय म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन तथा जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के पालन हेतु स्वयं सहायता समूह के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा गांव-गांव में अभियान चलाकर स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों एवं आम ग्रामजन को कोरोना महामारी के प्रति जागरुक किया जा रहा है। साथ ही आजीविका गतिविधियों को संचालित करते हुए दूसरों की मदद भी की जा रही है।
अभियान के अन्तर्गत सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों में स्टाफ मास्टर ट्रेनस प्रशिक्षण (कोविड हेतु), सीआरपी प्रशिक्षण (कोविड हेतु), समूह सदस्यों का प्रशिक्षण (कोविड हेतु), मास्क का वितरण, बैंक सखी दीदीयों द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय लेनदेन, सब्जी, फल बिक्री, किराना दुकान, आयुष्मान कार्ड निर्माण, गेहूं उपार्जन केन्द्रों का संचालन शामिल है।
कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री मीनाक्षीसिंह के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में चरणबद्ध तरीके से वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से जिले के कुल 12 स्टाफ मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके बाद प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा 112 सक्रिय समूह सदस्यों व सीआरपी को वर्चुअल प्रशिक्षण प्रदान कर ग्रामीण स्तर पर प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु चयनित किया गया जो कि एक अभियान के रुप में स्वयं सहायता समूह के सदस्यों तथा आमजनों को कोरोना से बचाव हेतु घर-घर पहुंचकर प्रशिक्षण दे रहे हैं तथा इन्हें बिना कार्य घर से बाहर नहीं निकलने, आवश्यक परिस्थितियों में ही घर से बाहर निकलने, मास्क का उपयोग करने, सामाजिक दूरी का पालन करने, लगातार अपने हाथों को साबुन से धोने और सेनिटाईजर का उपयोग करने, 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को कोरोना से बचाव हेतु वैक्सीन लगवाने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। अभी तक जिले में 30 हजार से अधिक समूह सदस्यों को विभिन्न माध्यमों से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है।
जिले में मिशन द्वारा मास्क के उपयोग को बढावा देने तथा इसकी उपलब्धता को सुनिश्चित करने हेतु समूह सदस्यों द्वारा मास्क निर्माण भी निरन्तर रुप से किया जा रहा है। वर्तमान में 40 हजार मास्क का वितरण किया जा चुका है। साथ ही 50 से अधिक बैंक सखी दीदीयों ने ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय लेनदेन की सुविधा प्रदान की जा रही है। 15 सीएससी में आयुष्मान कार्ड का निर्माण सतत जारी है। समूह के लगभग 120 सदस्यों द्वारा सब्जी, फल व 150 सदस्यों द्वारा किराने का सामान ग्राम में ही विक्रय करर सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है। जिले में मिशन के सहयोग से चार गेहूं उपार्जन केन्द्रों का संचालन किया जा रहा है, जिसमें तीन समूह एक एफपीओ शामिल है। कुल 43 समूह सदस्यों के सहयोग से यह कार्य किया जा रहा है।
आजीविका मिशन स्टाफ द्वारा विभिन्न जनपद स्तरीय कार्यों के साथ गेहूं उपार्जन, मास्क वितरण, सीसीएल का आनलाईन आवेदन, एमआईएस इन्ट्री, समूह सदस्यों से सतत् दूरभाष पर सम्पर्क कर प्रशिक्षण इत्यादि कार्य सतत् रुप से किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमण की स्थिति में जिले में सहायता समूह द्वारा मास्क तथा पीपीई कीट का निर्माण किया गया था और सभी सदस्यों तक पहुंचाने हेत जागरुकता अभियान चलाया गया था। जिल्ो में कुल 2 लाख से ज्यादा मास्क का निर्माण कर रइनकी उपलब्धता सुनिश्चित की गई थी।