पर्यावरण से हमारा रिश्ता मां और बेटे जैसा होना चाहिए…

रतलाम। 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण से हमारा रिश्ता मां और बेटे जैसा होना चाहिए ।जैसे मां बेटे का ध्यान रखती है वैसे ही हमें प्रकृति का ध्यान रखना चाहिए उक्त उद्गार पर्यावरणविद् डॉ खुशालसिंह पुरोहित ने पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजीव गांधी सिविक सेंटर लोकेंद्र टॉकीज चौराहा स्थित सेवा केंद्र रतलाम के तत्वावधान में स्थानीय कस्तूरबा नगर के समीप राजीव नगर पार्क में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के पद से व्यक्त किए।
इस अवसर पर खजराना गणेश मंदिर इंदौर के मुख्य पुजारी श्री अशोक भट्ट ने विशेष अतिथि के रुप में कहा कि पर्यावरण जीवन को श्रेष्ठ और खुशहाल बनाता है ।हमने खजराना गणेश मंदिर परिसर इंदौर में पिछले 1 वर्ष में छोटे-बड़े लगभग 6000 पौधे लगाए गए हैं। रामस्वरूप मंदिर परिसर का वातावरण मनमोहक एवं ऑक्सीजन युक्त बना है।
समाजसेवी श्री अशोक खालिया ने कहा कि पेड़ लगाना ही पर्याप्त नहीं है। अपितु उनकी पूर्ण परवरिश भी अत्यावश्यक है ।पौधे को अपने परिवार जनों की स्मृति या जन्मदिवस पर लगाकर इसे निरंतर लगातार चलने वाला महोत्सव बनाएं।
सामाजिक कार्यकर्ता श्री अरविंद सोनी ने कहा कि हम पर्यावरण को श्रेष्ठ बनाने के जिम्मेदार है ।हम ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाएं और पर्यावरण आवरण को श्रेष्ठ बनाने। ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा किए गए इस कार्य की मैं दिल से सराहना करता हूं।
विशेष अतिथि के रूप में शहर के जाने-माने कवि जुझार सिंह भाटी ने कहा कि हमें वृक्षारोपण करना है। लेकिन उसकी सुरक्षा की जिम्मेवारी भी पूरी हमें निभानी है। खाद, बीज, पानी इत्यादि का भी निर्वहन हमें दिल से करना है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सेवा केंद्र की मुख्य संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी मनोरमा दीदी ने कहा कि
वृक्ष है तो हम हैं।
वृक्ष जिंदा है तो हमारी सांसे जिंदा है। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरी विश्वविद्यालय की वरिष्ठ दादीयों की स्मृति में विभिन्न प्रकार के पौधों का रोपण किया गया। मनोरमा बहन ने कहा कि आदरणीय दादी गुलज़ार जी की स्मृति में पीपल का पौधा लगाया जा रहा है जो शीतलता ,पवित्रता, और ऑक्सीजन से भरपूर होता है।
दादी जानकी जी संस्था की पूर्व अंतरराष्ट्रीय मुख्य संचालिका की स्मृति में वट वृक्ष का पौधा लगाया गया ।जो उनके द्वारा विश्व में की गई व्यापक सेवाओं का द्योतक है।
ईशु दादी जी की स्मृति में नीम का पौधा लगाया गया ।जो हमें स्मृति दिलाता है कि हमें मर्यादाओं का कड़ाई से पालन कर सबको करना है। कार्यक्रम को सभी अतिथियों ने वर्चुअल रूप से (ऑनलाइन) संबोधित किया ।
अंत में कोरोना काल में देह त्याग करने वाले समस्त भाई बहनों को भावभीनी 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर संस्था के राजेश मोडिया, वीरेंद्र सोनी, ललित केसवानी, श्वेता सोनी ,मानसी केसवानी ,जीवन दास बैरागी, ब्रम्हाकुमारी पूजा एवं ब्रम्हाकुमारी आरती बहन उपस्थित थे। ब्रह्माकुमार भारत सिंह चौहान ने ऑनलाइन आभार व्यक्त किया।