रतलाम 18 जून 2021 (मोतीलाल बाफना)। महाराष्ट्र के प्याज उत्पादन क्षैत्र की प्रमुख मंडियों में जैसे अहमदनगर, उमराणा, मनमाड़, कराड़, मंनचर, मालेगांव, राहुरी, संगमनेर, वम्बोरी, लॉसलगांव, येवला, चांकण, घोड़ेगांव, कराड़, कोल्हापुर नांदगांव, कलवान, धुिलया, पारनेर, नासिक, चांदवड़, बोलठाण, चालिसगांव, आलेफंटा, पिपलगांव बंसत, नामपुर, राहता, नांदूरासिगोंट, निपाड़ आदि मंडियों में लाल एवं गावनार प्याज एवं प्रमुख बिक्री मंडियाँ मुम्बई, शोलापुर, कोल्हापुर, पुना, नागपुर, अकोला, नांदेड़, औरंगाबाद आदि छोटी-बड़ी मंडियों में प्याज गावरान स्टाक का माल एवं लाल प्याज क्वालिटी अनुसार 1000 से 2200 रू. से प्रति क्विंटल के आसपास ज्यादा बिकने की चर्चा है । वैसे कुछ मंडियों में क्वालिटी अनुसार लाल प्याज 800 से 1600-1700 रू. प्रति क्विंटल के आसपास भी बिकने की चर्चा है । वहीं गावरान देशी प्याज क्वालिटी अनुसार 800 से 2000 तक जनरल भाव, सुपर बड़े माल 2000 से 2300 तक भी कहीं-कही पर बिकने की चर्चा है । वहीं गुजरात के कुछ प्याज स्टाकेज स्टाकिस्टो और व्यापारियों का मानना है कि प्याज में दीपावली बाद मौका मिलने की संभावना है इस कारण से प्याज को स्टाक करने में लगे रहने की चर्चा है । स्टाकिस्टों की सक्रियता के कारण जो प्याज 1500 से 1800 तक बिकता था वह प्याज ऊपर में 2000 से 2200 और कहीं-कहीं पर 2300 के आसपास भी बिकने की चर्चा है । म.प्र. की प्याज उत्पादन क्षैत्रों की मंडियां रतलाम, मंदसौर, शाजापुर, खंडवा, सागर, उज्जैन, जबलपुर आदि जिलों की मंडियों में गावरान देशी 800 से 2000 रू. प्रति क्विंटल तक क्वालिटी अनुसार जनरल भाव और ऊपर में कहीं-कहीं पर सुपर माल 2000 से 2300 तक बिकने की चर्चा है विगत दिनों रही है। गुजरात में भी गुजरात का अच्छा वाला प्याज व्यापारी स्टाकिस्ट सक्रियता से 1400 से 2100 रू. प्रति क्विंटल तक और कुछ मंडियों में बेस्ट माल एक-दो लाट ऊपर में भी बिकने की चर्चा है । क्योंकि मध्यप्रदेश की गोठड़ामाताजी एवं अन्य स्थानों पर जो भविष्यवाणी हुई थी उसमें लाल और सफेद वस्तु पर भाव अच्छे रहने की चर्चा के कारण लहसुन उत्पादक कृषक एवं प्याज उत्पादक कृषक भी अपना माल रोक-रोक कर बेच रहे है लेकिन मध्यप्रदेश और अन्य राज्यों में बारिश का दौर शुरू हो गया है जिनका माल बाहर मैदान या खेतों में पड़ा है । वह उत्पादक कृषक अपना माल जल्दी से जल्दी मंडियों में लाकर बेचने का प्रयास करेगा कि क्योंकि कोरोना की वजह से लाकडाऊन में मध्यप्रदेश की मंडियाँ लगभग 40 दिनों से अधिक तक समय बंद रहने से उत्पादक कृषकों का प्याज नहीं बिक पाया था। वह भी अपना माल बेचेंगे । क्योंकि वर्तमान में जो मंडियां में राज्य शासन द्वारा शुरू की गई है उसमें अधिकांश मंडियों में 3-3 दिन माल बेचने की चर्चा से मंडियों में माल आवश्यकतानुसार मात्रा में माल आकर बिकने की चर्चा है। वहीं देश के अन्य राज्यों में भी जहां प्याज उत्पादन होता है वहां का प्याज राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश आदि कई राज्यों का प्याज निकलकर वहां की मंडियों में बिक्री होने की चर्चा है । क्वालिटी अनुसार माल 1400 से 2000 के आसपास रहने की चर्चा है । वहीं कुछ सुपर माल 2100 से 2200 तक बिकने की चर्चा है । वहीं देश की देश की प्रमुख बिक्री सेंटर जैसे दिल्ली, हुबली, कोयम्बटूर, मदुराई, कोलकाता, गुवाहाटी, जोराहट, नागालैंड, इम्पाल, बनारस, कानपुर, अहमदाबाद, बिलासपुर, रायपुर, कटक, भुवनेश्वर, रांची, टाटा जमशेदपुर, अमृतसर, लुधियाना, जालांधंर, फिरोजपुर, खन्ना, जगंराव, मलेरकोटला, सोनीपत, पानीपत, करनाल, जयपुर, जोधपुर, बिकानेर, सहारनपुर, गया, पटना, पूपरी सीतामढ़ी, समस्तीपुर, गोरखपुर, मैसूर, निजामाबाद, खम्मम, ताड़ेपल्लीगुड्म, राजामहेन्द्री, विजयवाड़ा, रायगढ़, खड्गपुर, सिलीगुड्डी, श्रीनगर, राहुलकेला, संभलपुर, बरगढ़, जम्मू, आदि मंडियों में क्वालिटी अनुसार ट्रक, भाड़े, कमीशन खर्च, लम्बी दूरी पर क्वालिटी अनुसार प्याज 1000 से 2000 तक जनरल भाव व कहीं-कहीं पर सुपर माल 2200 से 2400 रू. प्रति क्विंटल तक बिकने की चर्चा है । बांग्लादेश बार्डर गंजादंगा बम्बोरी, इल्ली, मेहंदीपुर, सोनामोसजीद, माल्दा लैंड पोर्ट, बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश आदि बॉडरों पर माल जाकर क्वालिटी अनुसार भावों पर माल बिकने की चर्चा है ।