रतलाम 18 जून 2021/ कोरोना संक्रमित आजीविका मिशन अंतर्गत तीन समूहों एवं एक प्रोड्यूसर कंपनी के 43 सदस्यों द्वारा जिले में चार केंद्रों पर कुल 45295 क्विंटल गेहूं एवं 135 क्विंटल चना उपार्जन कर लगभग 9 लाख से अधिक की आय सुनिश्चित की है। जिला प्रशासन ने 2020-21 में स्वयं सहायता समूह को एक खरीदी केंद्र आवंटित किया था। महिला समूह ने भी पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए 2 माह में उक्त खरीदी कर अपनी क्षमताओं को साबित कर दिया।
खास बात यह रही कि जिस समय कोरोना का संक्रमण काल चल रहा था उस दौरान पूरे इतिहास के साथ महिला समूह ने इस जिम्मेदारी को निभाया है। समूह के अध्यक्ष निर्मलाबाई, सुशीला खराड़ी ने बताया कि यह काम चुनौतीपूर्ण जरूर था लेकिन सभी के सहयोग से काम करने में अच्छा लगा। जिस जिम्मेदारी के साथ प्रशासन ने हम पर भरोसा जताया था हमने तमाम परेशानियों के बाद भी उसे अंजाम दिया है। खरीदी का कार्य एवं सफलतापूर्वक परिवहन भी हो चुका है। जिला उपार्जन समिति के चयन के आधार पर आजीविका मिशन से जुड़े चंचल आजीविका स्वयं सहायता समूह हेवडादामा विकासखंड बाजना, दशामाता आजीविका स्वयं सहायता समूह सालरापाड़ा विकासखंड सैलाना, रावटी महिला प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड विकासखंड बाजना, भीमाखेड़ी आजीविका ग्राम संगठन विकासखंड जावरा को चार केंद्रों पर खरीदी द्वारा अब तक 896 किसानों से 45295 क्विंटल गेहूं एवं चने की खरीदी की है।
शासन की मंशा महिलाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने की रही है। इन प्रयासों से महिलाओं को समाज में निर्णायक भूमिका के लिए तैयार किया जा रहा है। समूह महिलाओं द्वारा गेहूं उपार्जन केंद्र का संचालन करना इसी भावना की अभिव्यक्ति है। जिला प्रशासन द्वारा सौपे गए कार्य को महिलाओं ने भी उत्साहित होकर पूर्ण किया है। समूह द्वारा स्थापित केंद्र का निरीक्षण लगातार वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा किया जा रहा है तथा आवश्यक मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है। जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती मीनाक्षीसिंह ने बताया कि महिला समूहों द्वारा इस वर्ष सफलता से उपार्जन का कार्य पूर्ण किया गया है। आगामी वर्ष में और अधिक महिला समूहों को उपार्जन एवं अन्य आजीविका गतिविधियों से जोड़ा जाएगा।