रतलाम । वृद्धजन अपना संपूर्ण जीवन अपने बच्चों का सुखद भविष्य निर्माण करने में खफा देते हैं । सारी धन दौलत और यहां तक कि अपना पुश्तैनी घर बाहर तक बच्चों के लिए समर्पित कर देते हैं और बदले में उन्हें क्या मिलता है ? वृद्ध आश्रम का जीवन क्या यही मानवता है क्या यही हमारा नैतिक धर्म है यह समाज और परिवार दोनों के लिए एक चुनौती है ।
उक्त विचार वृद्ध आश्रम में लायंस क्लब रतलाम गोल्ड द्वारा वृद्ध जनों को उनकी आवश्यकताओं की सामग्री प्रदान करते हुए अध्यक्ष आरती त्रिवेदी ने व्यक्त किए । आपने कहा कि माता-पिता अपना सब कुछ अपनी औलाद के लिए त्याग देते हैं और जब औलाद के दिन अच्छे आते हैं तो वह अपने माता पिता को त्याग देते हैं । यह कितनी शर्मनाक बात है । हमें हमारे समाज में इन कुरीतियों को रोकना होगा । इस अवसर पर सचिव पुष्पा वासन, कोषाध्यक्ष संतोष जोशी, कल्पना राजपुरोहित, वैशाली माचवे, रश्मि राजपुरोहित, आशा चौधरी, भावना पुरोहित, कोमल पुरोहित, शुभांगी जोशी, आशा शर्मा, आरती दीक्षित आदि उपस्थित थे । संचालन पुष्पा वासन तथा आभार संतोष जोशी ने व्यक्त किया ।