मध्यप्रदेश, राजस्थान की कुछ मंडियों में लहसुन का बाजार समान तो कुछ मंडियों में तेजी-मंदी का दौर

रतलाम 25 अगस्त 2021 (मोतीलाल बाफना)। मध्यप्रदेश में आज और पिछले दिनों लहसुन में क्वालिटी अनुसार मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडनग़र, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर, काला पिपल,सारंगपुर, सुजालपुर, आष्टा, भोपाल आदि छोटी बड़ी मंडियां, राजस्थान की लहसुन मंडी कोटा (भामाशाह अनाज मंडी एवं सब्जी मंडी), बांरा, छिपाबड़ोद, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, छाबड़ा, खानपुर, झालावाड़, निम्बाहेडा आदि छोटी-बड़ी मंडियों में, उत्तर प्रदेश के घिरोर, कुरावली, एटा, भोगांव, ईटावा, मैनपुरी आदि, गुजरात में गोंडल, जामनगर, राजकोट, आदि में लहसुन में कभी तो मंडियों में बाजार समान बताए जाते है तो कुछ देर बाद तेजी-मंदी का माहौल बताकर लेवाली जोरदार के नाम पर तेजी-मंदी का प्रयास रहता है । स्पेशल मोटा माल ऊपर में 8000 से 9000 रू. के आसपास एवं बाकी छोटा-बड़ा माल क्वालिटी अनुसार 4000 से 7300 रू. के आसपास बताया जा रहा है । मीडियम पुड़ी (छोटी) व एवरेज क्वालिटी का माल बेस्ट और एवरेज क्वालिटी 2000 से 3000 रू. प्रति क्विंटल क्वालिटी अनुसार बिकने की चर्चा है । वहीं फेक्ट्री का माल क्वालिटी अनुसार 1000 से 2000 रू. के आसपास बिकने की चर्चा है । वैसे जनरल भाव लहसुन में 2000 से 7000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास माना जा रहा है । गुजरात में जामनगर, राजकोट आदि मंडियों में क्वालिटी अनुसार गुजरात का माल 2000 से 5300 रू. प्रति क्विंटल के आसपास रहने की चर्चा है । एक चर्चा देश में लहसुन व्यापारियों के बीच यही है कि लहसुन ऊंचे भाव पर आर्डर देकर माल तो मंगवा लेेते है बाद में पैसा देने में आना करने है और फोन भी नहीं उठाते है । एक कोटा की पार्टी का नागपुर की किसी लहसुन व्यापारी फर्म में पैसा बकाया होने की चर्चा चल रही है । आज कल सोशल मीडिया में लहसुन की तेजी-मंदी को लेकर व मंडियों में भावों को लेकर भ्रमपूर्ण जानकारी आने के कारण वास्तविक जानकारी से देश के कई व्यापारी अवगत नहीं हो पाते है ऐसी भी चर्चा है । क्योंकि अलग-अलग मंडी में लेवाली अनुसार लहसुन की क्वालिटी एवं मालों में एक समान भाव नहीं रहने की भी चर्चा आए दिन रहती है ।
देश की मुख्य लहसुन बिक्री मंडी उप्र, बिहार, बंगाल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोहाटी, जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, गोधरा, दाहोद, वड़ोदरा, अहमदाबाद, सूरत, मुम्बई, पुना, बैंगलौर, वडूगापट्टी, कोयम्बटूर, कटक, भुवनेश्वर, भ्रदक, जाजपुरटाऊन, संभलपुर, राहुलकेला, बरगड़, भारीपदा, सैलम, मदुराई, मद्रास, त्रिची, कूम्भाकोड़म, नैल्लूर, हैदराबाद, ताड़ेपल्लीगुडम, विजयवाड़ा, विशाखापट्टम, राजामहेन्द्री, समस्तीपुर, गया, मुजफ्फपुर, गोरखपुर, पटना, लखनऊ, कानपुर, बनारस, ईलाहाबाद (प्रयागराज), अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, करनाल, गुडग़ांव, केरला के त्रिशूर, पालघाट, कालीकट, कोचीन, कलकत्ता, वर्धमान आदि प्रमुख मंडी एवं सेंटरों पर लहसुन की बिक्री शुरू हो गई है वहां क्वालिटी अनुसार ट्रक भाड़ा, वजन घटी, खर्चे मुताबिक क्वालिटी अनुसार 4000 से 10000 रू प्रति क्विंटल के आसपास बिक्री होने की चर्चा है । तमिलनाडु में ऊंटी का नया लहसुन की फसलें जोरदार होने के कारण हिमाचल के लहसुन व्यापार को झटका लगा और बाजार चाल ढिली जैसी रही । हिमाचल का लहसुन 6000 से 11000 के आसपास क्वालिटी व पैकिंग अनुसार बिक्री होने की चर्चा है । ऊंटी तमिलनाडु का बीजू लहसुन भी मेट्रोपोलियम, वडूगापट्टी आदि मार्केटों में बाजार वाले सप्ताह में दो या तीन बार माल आक बिक्री होने की चर्चा है । इस बार मध्यप्रदेश में ऊंटी का बीजू लहसुन अभी तक अच्छी मात्रा में आकर बिकने की चर्चा है । मध्यप्रदेश में गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष अच्छी होने की संभावना है। इस बार राजस्थान के छिपाबड़ौद, झालावाड़, कोटा जिलों के आसपास भी ऊंटी बीजू लहसुन के अच्छे मात्रा में लगने की संभावना जताई जा रही है। क्यों उक्त क्षैत्रों में बरसात अच्छी होने की चर्चा है । एक चर्चा है कि राजस्थान के लहसुन व्यापारी का नागपुर के किसी व्यापारी में पैसा रूकने की चर्चा सोशल मीडिया पर जोरों पर है ।