फूड प्रोसेसिंग इकाई खोलने पर किसान को दी जायेगी सब्सिडी

  • आवारा जानवरों को रोकने के लिये खेतों पर चेन फेंसिंग पर भी सब्सिडी मिलेगी -उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री कुशवाह
  • किसान उद्यानिकी फसलों पर भी विशेष ध्यान दें, तभी खेती को लाभ का धंधा बनाया जा सकेगा -उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.यादव
  • एक दिवसीय जिला स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न

उज्जैन । उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री श्री भारतसिंह कुशवाह ने कालिदास अकादमी के संकुल सभागृह में आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए किसानों से कहा कि उद्यानिकी के क्षेत्र में फूड प्रोसेसिंग इकाई खोलने पर किसानों को सब्सिडी दी जायेगी। खेतों में खड़ी उपज को खराब एवं नुकसान करने वाले आवारा पशुओं को रोकने के लिये चेन फेंसिंग के लिये भी राज्य सरकार किसानों को सब्सिडी देगी। किसान हमारे अन्नदाता हैं और उन्हें हरसंभव खेती को लाभ का धंधा बनाने के उद्देश्य से समय-समय पर किसानों को प्रशिक्षित करना भी सरकार का दायित्व है। संभाग स्तर पर इस सम्बन्ध में प्रशिक्षण केन्द्र खोले जायेंगे। इस नवाचार में सर्वप्रथम उज्जैन संभागीय मुख्यालय पर संभागीय उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र 95 लाख 62 हजार रुपये की लागत से निर्मित किया जायेगा। इसका भूमि पूजन शनिवार 4 सितम्बर को किया गया है।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री भारतसिंह कुशवाह ने कहा कि संभागीय उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र के खुलने से उज्जैन संभाग के किसानों के लिये उपयोगी सिद्ध होगा। विभाग में किसानों के लिये नित-नये नवाचार किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान रबी एवं खरीफ की फसलों के अलावा अपने खेतों में उद्यानिकी की फसलें भी अनिवार्य रूप से लें, ताकि उन्हें लाभ प्राप्त होकर अपनी आय दोगुनी कर सकें। किसान को किसी भी हालत में उद्यानिकी की फसल लगाने की ओर प्रेरित होना चाहिये। उद्यानिकी उत्पादन को बढ़ाने के साथ उन्हें सुरक्षित रखने के लिये कोल्ड स्टोरेज खोलें, सरकार इस पर सब्सिडी प्रदान करेगी। इस दिशा में उद्यानिकी विभाग के पोर्टल पर किसानों से कोल्ड स्टोरेज के लिये आवेदन मंगा रहे हैं। उद्यानिकी उत्पादन एवं प्रोसेसिंग का काम किसान अपने हाथ में लें। श्री कुशवाह ने कहा कि मध्य प्रदेश के 20 विकास खण्डों का चयन किया गया है। इसमें उज्जैन जिले की महिदपुर तहसील का नाम भी है। उद्यानिकी फसलों की गिरदावरी का काम भी अब उद्यानिकी विभाग करेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि किसानों की खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये सरकार पूरजोर कोशिश कर रही है। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि वे अपनी फसलों के साथ-साथ उद्यानिकी की फसलों पर भी ज्यादा ध्यान दें। विक्रम विश्वविद्यालय में अनेक नये विषयों के साथ-साथ कृषि विषय भी प्रारम्भ किया है। किसानों की फसलों को और अच्छे ढंग से किये जाने के लिये और उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उद्यानिकी विषय भी खोलने का प्रयास किया जायेगा। किसान कम पानी में कैसे फसल उत्पादन कर सकें, इस पर इजराईल पद्धति अपनाई जाये।
महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री बहादुरसिंह चौहान ने कहा कि संभागीय उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र खुल जाने से संभाग के किसानों को और अधिक फायदा होगा। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि वे अपने-अपने खेतों में उद्यानिकी फसलों को भी लगाया जाये। इस अवसर पर सांसद श्री अनिल फिरोजिया, श्री बहादुरसिंह बोरमुंडला एवं श्री विवेक जोशी ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए किसानों से आग्रह किया कि वे रबी एवं खरीफ की फसलों के अलावा उद्यानिकी फसलों पर ज्यादा ध्यान दें, ताकि किसान अधिक मुनाफा कमा सकेंगे। किसान छोटी-छोटी फूड प्रोसेसिंग युनिट का निर्माण कर परम्परागत कृषि के बजाय वैज्ञानिक तरीके से खेती कर अपनी आय को दोगुनी कर सकते हैं। भारत सरकार एवं राज्य सरकार किसानों के हित में नये-नये नवाचार कर खेती को घाटे से मुनाफा लाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। सरकार किसानों के लिये हरसंभव उनके हितों की बात कर रही है। किसान नई-नई तकनीकी की शिक्षा हेतु संभागीय मुख्यालय पर किसानों को प्रशिक्षित करने के लिये प्रशिक्षण केन्द्र खोलने का काम किया है, वह प्रशंसनीय है।
एक दिवसीय जिला स्तरीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों ने विधिवत कोठी के समीप शासकीय उद्यान रोपणी परिसर में संभागीय उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र का भूमि पूजन किया। इस अवसर पर विधायक श्री पारस जैन, श्री ओम जैन, श्री जगदीश पांचाल, उद्यानिकी विभाग के संचालक श्री मनोज कुमार अग्रवाल, संयुक्त संचालक श्री आशीष कनेश, उप संचालक श्री सुभाष श्रीवास्तव, अधीक्षक श्री सुनील सिरसट आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के अन्त में अतिथियों ने पेक हाऊस, प्याज भण्डारण गृह, जैविक खेती पर स्वीकृति आदेश-पत्र किसानों को वितरित किये।
भूमि पूजन कार्यक्रम के अवसर पर उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने अतिथियों का पुष्पहारों से स्वागत किया। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना अन्तर्गत संभागीय उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केन्द्र के निर्माण पर 95 लाख 62 हजार रुपये की लागत रहेगी। इसकी क्रियान्वयन एजेन्सी मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल संभाग उज्जैन रहेगा।