कोविड के दोनों टीके लगवाकर पूर्ण टीकाकरण से ही पूरी सुरक्षा मिलेगी – डॉ. संतोष शुक्‍ला

राज्‍य स्‍तरीय दल द्वारा जिले में टीकाकरण कार्यक्रम की समीक्षा

रतलाम । जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम एवं कोविड वैक्‍सीनेशन कार्यक्रम की प्रगति की मैदानी स्‍तर पर उपलब्धियों की राज्‍य टीकाकरण अधिकारी भोपाल डॉ. संतोष शुक्‍ला, उप संचालक स्‍वास्‍थ्‍य सेवाऐं उज्‍जैन संभाग डॉ.एम. के. तिवारी, डॉ. सुधीर सोनी, डॉ. रितेश बजाज, यूएनएनडीपी प्रतिनिधि डॉ. मनदीप ने जिले के विभिन्‍न स्‍वास्‍थ्‍य केंद्रों के ग्रामों पर जाकर हितग्राहियों से चर्चा कर जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम की विस्‍तार से समीक्षा की। समीक्षा के बाद प्रमुख बिन्‍दुओं के संबंध में राज्‍य टीकाकरण अधिकारी डॉ. शुक्‍ला की अध्‍यक्षता में सीएमएचओ कार्यालय में बैठक आयोजित कर दिशा निर्देश दिए गए ।
डॉ. संतोष शुक्‍ला ने जिले में कोविड वैक्‍सीन का प्रथम डोज शत प्रतिशत पूर्ण करने के लिए मोबाईल टीम द्वारा वैक्‍सीनेशन कराने के निर्देश दिए। उन्‍होने कहा कि कोविड वैक्‍सीनेशन के लिए उपलब्‍ध मानव संसाधन का शत-प्रतिशत उपयोग किया जाए। गर्भवती माताओं के कोविड वैक्‍सीनेशन के लिए आशा, आशा सहयोगी, बीसीएम और धात्रीमाताओं के टीकाकरण के लिए आंगनवाडी कार्यकर्ताओं तथा अन्‍य लोगों के टीकाकरण के लिए स्‍कूली शिक्षा विभाग, उच्‍च शिक्षा विभाग, एनसीसी, एनएसएस, स्‍वसहायता समूहो का सहयोग लिए जाने की बात कही। डॉ. शुक्‍ला ने बताया कि रतलाम जिले में कोविड वैक्‍सीनेशन के लिए स्‍थायी टीकाकरण केंद्रों का चिन्‍हांकन किया जाए ताकि भविष्‍य में बच्‍चों के कोविड वैक्‍सीनेशन के समय इनका यथोचित उपयोग करने की योजना बनाई जा सके । उन्‍होने मेडिकल कॉलेज में केंद्र चिन्हित करने के निर्देश दिए । उन्‍होने बताया कि कोविड वैक्‍सीन के दोनों टीके लगवाने से कोविड संक्रमण से होने वाली मृत्‍यु में 96 प्रतिशत तक की कमी लाई जाना संभव हैं ।
राज्‍य दल के अधिकारियों ने बताया कि जिले में नियमित टीकाकरण की मैदानी स्‍तर पर कार्यवाही के दौरान हाउस टू हाउस निरीक्षण में 50 में से केवल तीन बच्‍चों का टीकाकरण से छूटना पाया गया है। दल के सदस्‍यों ने एचएमआईएस की मासिक रिर्पोटिंग के दौरान सावधानीपूर्वक रिपोर्टिंग करने एवं शत-प्रतिशत सत्र आयोजित कर सभी गर्भवती माताओं और बच्‍चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने के निर्देश दिए। उन्‍होने डयु लिस्‍ट की तैयारी के लिए पॉच वर्ष की आयु में डीप्‍थीरिया का टीकाकरण शामिल करने को कहा। टीम के सदस्‍यो ने बताया कि टीकाकरण के सत्रों के आयोजित ना होने की स्थिति में आउटब्रेक होने की आशंका रहती है। अत: टीकाकरण को मानवसेवा का पुण्‍यकार्य मानकर इसमें सभी स्‍वास्‍थ्‍य सेवा प्रदाता टीम बनाकर कार्य करें ।
डॉ. संतोष शुक्‍ला ने बताया कि रतलाम जिले में वैक्‍सीन की डिमांड और सप्‍लाई की वाउचर अधारित व्‍यवस्‍था आदर्श पाई गई, इस व्‍यवस्‍था को पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। उन्‍होने टीकाकरण के लिए टेली कॉलिंग, ट्रेसिंग, ट्रेकिंग के आधार पर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने की बात कही। उन्‍होने विकासखंड पर पदस्‍थ चिकित्‍सकों से उनकी समस्‍याऐं पूछी और उनका निराकरण करने की बात कही। बैठक में जिले जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्षा कुरील, डीएचओ डॉ. जी. आर. गौड, डीपीएम डॉ. अजहर अली तथा बीएमओ, बीपीएम, बीसीएम एवं अन्‍य अधिकारी, कर्मचारी आदि उपस्थित रहे ।