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कोटा (भामाशाह अनाज मंडी) में आज लगभग 25 हजार बोरी लहसुन आने की चर्चा ।
रतलाम 20 अक्टूबर 2021 (मोतीलाल बाफना)। आज राजस्थान में लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में कोटा (भामाशाह अनाज मंडी), बांरा, छिपाबड़ौद आदि लहसुन की प्रमुख आवकों वाली मंडियों में एवं छोटी-बड़ी लहसुन मंडियों में पुराने लहसुन की आवकें जोरदार प्रारम्भ होना शुरू हो गई है । मध्यप्रदेश में शरद पूर्णिमा एवं वाल्मिकी जयंती के कारण कुछ मंडियाँ बंद होने से अब नई आवकों के साथ गुरूवार 21 अक्टूबर 2021को प्रदेश की लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की मंडियां जहां पर किसानी माल आकर सरकारी निलामी में बिक्री होता है। वहां पर भी आवकें बढऩे की सम्भावनाएं लहसुन व्यापार जगत में की जा रही है ऐसी चर्चा है। आज राजस्थान के कोटा की भामाशाह अनाज मंडी में लगभग 20 से 25 हजार पाकेट लहसुन आने की चर्चा है । वहीं बांरा मंडी में 18000 के आसपास तो छिपाबड़ौद में भी जोरदार आवक होने की चर्चा है । वहीं राजस्थान की अन्य मंडियों में भी कहीं पर समान तो कहीं पर ज्यादा लहसुन की आवकें होने की चर्चा है । उसमें अधिकांश माल एवरेज क्वालिटी एवं हलकी क्वालिटी का माल ज्यादा रहता है ऐसी भी चर्चा है । बडिय़ा सुपर माल 25 से 40 प्रतिशत के आसपास आने की चर्चा है । भाव क्वालिटी अनुसार 1500 से 4000 तक जनरल एवं अच्छे मीडियम बड़े आदि अन्य क्वालिटी के माल की आवक कम होने के कारण वहां पर बडिय़ा माल 4000 से 6500 रू. प्रति क्विंटल तक और ऊंटी क्वालिटी का पुराना माल जो ऊंचे भावों पर क्वालिटी अनुसार बिकने की चर्चा है । हलके एवरेज माल जो फेक्ट्री लायक होते है । जिनका की लहसुन पावडर, फ्लेक्स (चिप्स) आदि तैयार होकर विदेशों में एक्सपोर्ट करने वाले उद्योगों द्वारा बिल्टी कट के रूप में गुजरात के महुआ आदि क्षैत्रों के उद्योग जगत की खरीदी रहती है । वह माल 1000 से 1500 रूपए प्रति क्विंटल तक और थोड़ा बहुत माल ऊंचे भावों पर भी क्वालिटी अनुसार बिकने की चर्चा है। अभी नई लहसुन की फसल में मध्यप्रदेश में 2 माह के आसपास की देरी है । राजस्थान में 3 से 4 माह पश्चात नई लहसुन की आवकें शुरू होगी । एक यह भी चर्चा है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश आदि कुछ राज्यों में पुराना लहसुन उत्पादक कृषकों के पास अच्छी मात्रा में स्टाक कर रोका होने की भी चर्चा है । लेकिन उसमें अधिकतर माल खराब होने की भी चर्चा है। क्योंकि पिछले दिनों मध्यप्रदेश, राजस्थान सहित कुछ राज्यों में बेमौसम भारी बारिश की वजह से लहसुन को नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है । अभी वस्तु स्थिति स्टाक के सम्बंध में गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश आदि अन्य राज्यों में जो स्टाक पड़ा हुआ है उसकी वस्तु स्थिति कोई भी व्यापारी किसी क्षैत्र का बताने में असमर्थ व्यक्त कर रहा है। क्योंकि आज कल सोशल मीडिया पर हर राज्य और हर मंडी की लहसुन की आमदनी की तो चर्चा रहती है लेकिन भावों के बारे में क्वालिटी अनुसार जानकारी से व्यापार जगत अनभिज्ञ रहता है। बस तेजी-मंदी की चर्चा सुनने को मिलती है जिसकी वजह से लहसुन व्यापार जगतका व्यापारी घबरा-घबरा कर व्यापार कर रहा है। अभी कुछ महिनों में लहसुन में तेजी-मंदी और मंदी-तेजी के दौर में बुरी तरह फंस कर अपनी उग्राणी भी फंसी होने की चर्चा के बीच लहसुन के व्यापार जगत पर बुरा असर पड़ रहा है यह भी एक चर्चा है । वैसे म.प्र., राज. आदि कई राज्यों में लहसुन उत्पादन क्षैत्रों के छोटे-छोटे गांवो में भी राज्य सरकार और स्थानीय मंडी प्रशासन छोटी-छोटी मंडियां में निलामी की प्रारम्भ कर दी जिसके कारण हर गांव का व्यापारी अपना माल देश के प्रमुख लहसुन बिक्री सेंटरो पर पहुंचा रहा है यह भी एक वजह लहसुन में तेजी-मंदी का वातावरण बनाने में सहायक होती है।
वहीं दूसरी तरफ लहसुन का इस वर्ष एक्सपोर्ट (विदेश निर्यात) इतनी मात्रा में नहीं हो पा रहा है कि लहसुन में लम्बी-तेजी का माहौल बन सकता है यह भी एक चर्चा है । वहीं देश के प्रमुख लहसुन बिक्री सेंटरो पर लहसुन में पिछले महिनों में हुई मंदी-तेजी की वजह से व्यापारी सतर्क होकर व्यापार करने के कारण लहसुन में बिक्री सेंटरो पर भी कहीं पर कमजोर, कहीं पर समान तो कहीं पर ठीक बिक्री रहने की चर्चा है और सोशल मीडिया पर लहसुन व्यापार जगत का व्यापारी भावों को लेकर एवं तेजी-मंदी की रिर्पोटिंग से घबरा कर भी व्यापार करने में सावधानी रख रहा है यह भी एक चर्चा है । मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी ंिछंदवाड़ा (नागपुर) नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सुखेड़ा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडनग़र, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर, काला पिपल,सारंगपुर, सुजालपुर, आष्टा भोपाल आदि छोटी-बड़ी मंडियों में आवक एवं क्वालिटी अनुसार जनरल भाव 2500 से 6500 तक जनरल और ऊपर में सुपर बडिय़ा माल मजबूर जो ठोस होते है वह 6000 से 8000 रू. प्रति क्विंटल क्वालिटी अनुसार एवं एवरेज हल्के छोटे-बड़े माल क्वालिटी अनुसार 2000 से 4000 रू. जनरल भाव रहने की की चर्चा है । अगर दीपावली पूर्व आवक अच्छी रही तो लहसुन में तेजी-मंदी का दौर चलने की संभावना जताई जा रही है । गुजरात में गोंडल, जामनगर, राजकोट आदि मंडियों में गुजरात का लहसुन जो कि ज्यादातर मीडियम एवं एवरेज क्वाालिटी का आता है (बड़ा सुपर माल कम आता है।) वहां पर क्वालिटी अनुसार 2000 से 4500 रू. प्रति क्विंटल तक जनरल भाव रहने की चर्चा है । बेस्ट सुपर मालों में क्वालिटी अनुसार ऊंचेदामों पर व्यापार होने की चर्चा है ।