रतलाम । भारतीय सैनिकों का जीवन का अमूल्य जीवन देश की सेवा में समर्पित होता है एवं देश की सीमाओं में रक्षा के लिये तैनात रहकर जीवन की परवाह न करते हुए अपना बलिदान देकर भी हम सुरक्षित रह रहे है । ऐसे सैनिकों का हमें गर्व है । उक्त बात कलयुग ग्रुप द्वारा आयोजित सेना के शहीद विधवाओं एवं सेवानिवृत्त एवं वर्तमान सैनिकों के सम्मान समारोह में विंग कमांडर एयर फोर्स इरफान अली खान ने कहें । आपने कहा कि कोई भी परिवार सेना में अपने युवकों को भेजना नहीं चाहता लेकिन कुछ परिवार ऐसे है जो सेना में अपने प्रियजनों को भेज रहे है । उन पर हमें गर्व है । आपने कहा कि दिसम्बर में झंडा दिवस पर भी सैनिकों की मदद करना चाहिए । यदि कोई संस्था १ लाख रुपये की दान राशि देती है तो उनका राज्यपाल भवन में सम्मान किया जाता है । कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लुनेरा ने कहा कि सेनिकों के प्रयास व बलिदान से भारत सुरक्षित है । उनको हमें नमन करते रहना है ।
कार्यक्रम की अध्$यक्षा करते हुए प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेश जैन ने कहा कि हमें सैनिकों पर गर्व है । हम इनके कारण चैन की नींद सो रहे है । आपने कलयुग ग्रुप के इस आयोजन के लिये आशीष शर्मा को उनके जन्मदिन पर बधाई दी ।
कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्जवलित किया ।इस अवसर पर कलयुग ग्रुप के अमर विश्वकर्मा ने देश भक्ति की कविता से सदन को मंत्रमुग्ध कर दिया । कार्यक्रम का स्वागत भाषण आशीष शर्मा ने दिया एवं अतिथि परिचय राजेन्द्रसिंह चौहान ने दिया । इस अवसर पर उपस्थित सैनिक देवेन्द्र राज परमार , श्री कृष्ण वासुदेव पिटारे , श्री महेंद्र सिंह गोहील एवं शहीदों की पत्नियां श्रीमती राजकुमारी , श्रीमती उषा देवी, श्रीमती देशमुख का शाल श्रीफल व स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया । इसी के साथ समाजसेवी श्री गोविन्द काकानी , अश्विनी शर्मा , गो सेवा दिनेश वाघेला का भी सम्मान किया गया । इस अवसर पर ब्लड बैंक अध्यक्ष मोहन मुरली वाला , जिला खेल अधिकारी श्रीमती रुबिका दीवान एवं कलयुग ग्रुप के अध्यक्ष आशीष शर्मा, लांयस क्लब की अध्यक्ष सीमा भारद्वाज , कोशल्या त्रिवेदी , सुनीता पाठक , शबाखान , राधा जोशी ,विनोद दुबे,नवनीत शर्मा , गौरव मेहता , विजय सिंह चौहान , रक्षित गोयल , आशीष दुबे , जुगल पंड्या , बादल वर्मा , मोहम्मद शोहेब , दीपक पांचाल , नरेन्द्र खरे , देवाजी खरे , गोविन्द बोरा , कृष्णा देसाई , आकाश खरे , रवि खरे आदि उपस्थित थे । संचालन कवि लक्ष्मण पाठक ने किया एवं आभार कुलदीप त्रिवेदी ने माना ।