शासन दीपिकाश्री हितैषीश्रीजी म.सा. के सानिध्य में तीन दिवसीय ‘ज्ञान चेतना शिविर’ संपन्न

रतलाम। व्यसनमुक्ति प्रणेता व उत्क्रांति प्रदाता आचार्यश्री रामलालजी म. सा. ‘रामेश’ एवं बहुश्रुत वाचनाचार्य उपाध्याय प्रवरश्री राजेशमुनिजी म. सा. की आज्ञानुवर्तिनी शासन दीपिकाश्री हितैषीश्रीजी म.सा., श्री रूचिरा श्रीजी म.सा. एवं श्री मणांमगंधा श्रीजी म. सा. ठाणा 3 के सानिध्य में तीन दिवसीय ज्ञान चेतना शिविर का आयोजन हुआ। यह शिविर अलकापुरी के सामने 80 फीट रोड़ पर स्थित ’16 बंगला’ के बंगला नंबर 1 पर संपन्न हुआ। इसमें बड़ी संख्या में श्राविकाओं एवं बालिकाओं ने उत्साहपूर्वक ज्ञान के प्रति जिज्ञासा स्वरूप भाग लेकर अपने ज्ञान में अविस्मरणीय अभिवृद्धि की। गौरतलब हैं कि धार्मिक शिविर संस्कारों की पाठशाला होती हैं। इसमें संस्कारों का बीजारोपण होता हैं और शिविर संस्कारों की एक महत्वपूर्ण पायदान होती हैं। पूज्य संयमी आत्माओं का जब जब भी पावन सानिध्य मिले तो अतिव्यस्ततम समय में से थोड़ा समय निकालकर शिविर के सहभागी अवश्य बनना चाहिए। निश्चित ही इससे धर्म से जुड़कर इस अनमोल मनुष्य भव को सार्थक करने का सुनहरा अवसर मिलता हैं। धार्मिक शिविर से बच्चें आधुनिकता की चकाचौंध के चलते भी गलत दिशा में भटकने से बचते हैं। वहीं पूर्व भव की पुण्यवानी होती हैं तब कहीं जाकर धार्मिक शिविर में भाग लेने का सुअवसर मिलता हैं। उक्त आयोजित ‘ज्ञान चेतना शिविर’ में मुख्य रूप से श्रावक के बारह व्रतों को फोकस कर शिविरार्थियों को इस विषय पर विस्तृत रूप एवं अति सूक्ष्मता से समझाया गया। शिविरार्थियों ने भी एकाग्रता पूर्वक ज्ञान को अन्तर्हृदय में उतारा। शिविरार्थियों ने साध्वी वृंद के दर्शन, वंदन कर मांगलिक, प्रवचन आदि का भी लाभ लिया। संघ के वरिष्ठ प्रकाशचंद्र नांदेचा ने बताया कि शिविरार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए तीनों दिन प्रभावना स्वरूप भेंट दी गई।