फोटो कैप्शन : दलौदा मध्यप्रदेश की लहसुन मंडी में नई ऊंटी लहसुन की आवक का दृश्य ।
रतलाम 18 जनवरी 2022 (मोतीलाल बाफना)। आज मध्यप्रदेश के दलौदा लहसुन मण्डी में एवं सीतामहू लहसुन मंडी में नई ऊंटी लहसुन की आवक अच्छी मात्रा में रहने की चर्चा है । एक चर्चा के मुताबिक दलौदा मंडी में आज करीबन 3 हजार बोरी के आसपास नया लहसुन आने की चर्चा और नई लहसुन क्वालिटी अनुसार मोस्टर (पानी की नमी वाला) नया लहसुन थोड़ा सुखा माल भी 2000 से 6000 रू. प्रति क्विंटल तक जनरल भाव रहने की चर्चा है । हल्का गीला माल 3500 से 400 रू. प्रति क्विंटल रहने की चर्चा है। बेस्ट सुपर माल स्पेशल क्वालिटी 6000 से 8000 रू. प्रति क्विंटल भी बिकने की चर्चा है । मंदसौर जिले में कुछ स्थानों पर जहां नई मंडियां प्रारम्भ हुई है वहां पर नया ऊंटीलहसुन कुछ समय में नया देशी लहसुन प्रारम्भ हो गया है ऐसी भी चर्चा है । अब धीरे-धीरे मध्यप्रदेश की लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में जैसे-जैसे धुप की संभावना बड़ेगी । नए लहसुन की आवक धीरे-धीरे हर मंडी में अच्छे माल की बडऩा प्रारम्भ होगी । जो कि हल्के माल आ रहे थी उक्त माल में उठाव व ग्राहकी कम रहने की चर्चा है । जिसके कारण नया हल्का माल कम भाव पर बिकने से किसान अपना माल नहीं बेचता है और पुराना लहसुन की आज आवक पिपली में लगभग 7 हजार बोरी के लगभग, नीमच मंडी में 4 हजार से ज्यादा बोरी की आवक, इंदौर मंडी में लगभग 9500 बोरी के आसपास सहित अलग-अलग मंडियों में कहीं आवक ज्यादा तो कहीं कम रहने की चर्चा है । अच्छे मालों में आज क्वालिटी अनुसार मालों में 200 से 400 रू. प्रति क्विंटल के आसपास डिमांड अनुसार तेजी की चर्चा है । यही हालत उत्तर प्रदेश लहसुन मंडी एवं राजस्थान की कुछ लहसुन मंडियों में थोड़ा बाजार सुधरने की चर्चा है । क्योंकि कहीं-कहीं पर आवकें कम रहने से व्यापारियों की खरीदी होने पर तेजी का माहौल बना है। ज्यादा आवक होने पर सामान्य स्थिति बन जाती है । एक चर्चा के मुताबिक पिछले कई वर्षो बाद पुरानी लहसुन की आवकें जनवरी माह में इतनी तादाद में आना भी एक चर्चा का विषय है । क्योंकि इस समय पुरानी लहसुन की आवक बहुत ही कम रहती थी या बंद हो जाती थी । नई लहसुन की आवक दिसंबर माह से ही गीला सुखा माल मंडियों में आना प्रारम्भ हो जाता था । अबकी बार भाव ज्यादा घटने से एवं अचानक ओले और बारिश गिरने से मध्यप्रदेश, राजस्थान की कुछ मंडियों में लहसुन की आवकें प्रभावित जरूर हुई और नई लहसुन की आवकें भी लेट हो गई क्योंकि माल खेतों में गिला ही लगा हुआ है। अब कुछ दिन बाद फरवरी माह में हवा और धूप की वजह से लहसुन की क्वालिटी में सुधार होगा और फसलें भी जोरदार आने की चर्चा है । एक उत्पादक कृषक सेचर्चा अनुसार इस वर्ष मध्यप्रदेश में नई लहसुन की उत्पादन अच्छी मात्रा में उतरने की संभावना है । क्योंकि बारिश होने से लहसुन के उत्पादन को फायदा होगा और लहसुन जो फरवरी मार्च माह में खेतों में से निकलेगा उसका उत्पादन भी बड़ेगा और फसल भी अच्छी आ सकती है। अभी जो लहसुन ताजी-ताजी लगी हुई थी और उसे कुछ दिन हुए थे उक्त लहसुन को कहीं-कहीं पर ओलावृष्टि के कारण जरूर थोड़ा बहुत नुकसान होने की चर्चा है । लहसुन की बुआई गत वर्ष के मुकाबले जो वर्ष हुई है उसमें गुना वृद्धि होने की संभावना है । लहसुन का उत्पादन क्षैत्रफल भी मध्यप्रदेश में कई नए-नए गांवो व क्षैत्रों में उत्पादन वृद्धि की संभावना है। सही वस्तु स्थिति तो फरवरी मार्च में ही लहसुन की क्वालिटी और उत्पादन आने पर ही ज्ञात हो पाएगी । यह बात निश्चित है कि लहसुन का उत्पादन अच्छी मात्रा में आने की संभावना है । पुराना लहसुन मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी ंिछंदवाड़ा (नागपुर) नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडनग़र, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर, काला पिपल,सारंगपुर, सुजालपुर, आष्टा भोपाल आदि मंडियों में क्वालिटी अनुसार 500 से 2500 प्रति क्विंटल तक जनरल भाव रहने की चर्चा है । कुछ मंडियों में बेस्ट सुपर कड़क माल का भाव क्वालिटी अनुसार 2500 से 4000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास भी रहने की चर्चा है । फेक्ट्री क्वालिटी माल 400 रू. से 1000 रू. प्रति क्विंटल के बीच रहने की चर्चा है । देश की मुख्य लहसुन बिक्री मंडी उप्र, बिहार, बंगाल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोहाटी, जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, गोधरा, दाहोद, वड़ोदरा, अहमदाबाद, सूरत, मुम्बई, पुना, बैंगलौर, वडूगापट्टी, कोयम्बटूर, कटक, भुवनेश्वर, भ्रदक, जाजपुरटाऊन, संभलपुर, राहुलकेला, बरगड़, भारीपदा, सैलम, मदुराई, मद्रास, त्रिची, कूम्भाकोड़म, नैल्लूर, हैदराबाद, ताड़ेपल्लीगुडम, विजयवाड़ा, विशाखापट्टम, राजामहेन्द्री, समस्तीपुर, गया, मुजफ्फपुर, गोरखपुर, पटना, लखनऊ, कानपुर, बनारस, ईलाहाबाद (प्रयागराज), अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, करनाल, गुडग़ांव, केरला के त्रिशूर, पालघाट, कालीकट, कोचीन, आदि मंडियों में क्वालिटी अनुसार ट्रक भाड़ा, वजन घटी, खर्चे मुताबिक पुरानी लहसुन की बिक्री कमजोर चल रही है । भाव क्वालिटी अनुसार 2000 से 5000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास 1-2 लाट सुपर माल 7000 रू. प्रति क्विंटल भी बिकते है। यही स्थिति पुराने लहसुन में राजस्थान की लहसुन मंडी कोटा (भामाशाह अनाज मंडी एवं सब्जी मंडी), बांरा, छिपाबड़ोद, प्रतापगढ़, छोटी सादड़ी, छाबड़ा, खानपुर, झालावाड़, निम्बाहेडा आदि छोटी-बड़ी मंडियों में, उत्तर प्रदेश के घिरोर, कुरावली, एटा, भोगांव, ईटावा, मैनपुरी आदि, गुजरात में गोंडल, जामनगर, राजकोट आदि में भी पुराने लहसुन की लोकल माल की आवकें हो रही है जो बाजार वाले दिन क्वालिटी अनुसार मालों के भाव 1000 से 3000 रू. प्रति क्विटंल तक जनरल भाव व कुछ मंडियों में एक-दो लाट के आसपास ऊंचेमें 4000 रू. प्रति क्विंटल तक बिकने की भी चर्चा है। इस बार राजस्थान में नई लहसुन की पैदावारी अच्छी आने की संभावना है ।