खुशियों की दास्ताँ – लोक सेवा केंद्र से आवेदक को डिजिटल ऋण पुस्तिका तत्काल मिली

रतलाम 03 फरवरी 2022/ किसानों को भू-अधिकार ऋण पुस्तिका अब ऑनलाइन प्राप्त होने लगी है। यह सुशासन की दिशा में एक ओर कदम है।
आवेदक प्रदीप (निवासी पैलेस रोड, रतलाम) का कहना है कि वह पहले अपनी भू-अधिकार ऋण पुस्तिका बनवाने के लिए बहुत परेशान होते थे, लेकिन जब वे रतलाम शहर के लोक सेवा केंद्र आये और उन्होंने जानकारी ली कि मुझे ऋण पुस्तिका बनवानी है, उसके लिए क्या करना होगा, तो लोक सेवा केंद्र ऑपरेटर सुश्री सरोज जाटव ने कहा कि आप खसरा नम्बर बताएं और पांच मिनिट पश्चात ही उन्होंने निर्धारित शुल्क लेकर मुझे डिजिटल ऋण पुस्तिका उपलब्ध करा दी।
प्रदीप कहते है मैं आश्चर्यचकित था कि जिस कार्य के लिए पहले चक्कर लगाने पड़ते थे, वह सेवा मात्र पांच मिनिट में मिलना बहुत ही सराहनीय है। मैं शासन की ऐसी जनकल्याणकारी योजनाओं का शुक्रगुजार हूं जो इतनी सरलता से इतनी महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ आमजन को प्राप्त हो रहा है। और उन्होंने सरकार के इस सराहनीय कार्य की प्रसंसा के साथ ही लोक सेवा प्रबंधन विभाग को धन्यवाद कहा।
जिला लोक सेवा प्रबंधक श्री अंकित बघेल बताते है कि राज्य शासन द्वारा भू-अधिकार पुस्तिका प्राप्त करने को सुगम और आसान बनाने के निर्देशों के अनुपालन में राजस्व विभाग ने भू-अधिकार पुस्तिका उपलब्ध कराने के संबंध में संशोधित नियम जारी किए हैं। अब भू-अधिकार पुस्तिका आवेदक को ऑनलाइन प्राप्त होगी। भू-स्वामी अपनी भू-अधिकार पुस्तिका प्राप्त करने के लिए लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। ऑनलाइन मिलने वाली भू-अधिकार पुस्तिका सामान्यतः दो पृष्ठों की होगी। इसके लिए शासन द्वारा 45 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। प्रकरण विशेष में पुस्तिका यदि अधिक पृष्ठों की है, तो प्रत्येक पृष्ठ के लिए 15 रुपये अतिरिक्त देय होंगे। राजस्व विभाग द्वारा भू-अधिकार पुस्तिका प्रदाय करने के लिए समय-सीमा लोक सेवा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार निर्धारित की गई है।