उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में अंकुर कार्यक्रम के तहत 40 पौधों का रोपण किया गया

रतलाम । धरा की हरियाली जहां प्रकृति के सौंदर्य को कई गुना बढ़ा देती है, वहीं वह जीव मात्र को आश्रय व खुशियों की सौगात भी प्रदान करती है। तेजी से कटते वृक्ष व विकास के चलते सिकुड़ते वनों ने हमारे अस्तित्व को संकट में डाल दिया है जिसे बचाने का एकमात्र उपाय पौधरोपण व वनों का सरंक्षण है।
उक्त विचार मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती जमुना भिड़े ने स्थानीय शा. उत्कृष्ट उ. मा. वि. सागोद रोड पर पौधारोपण महा अभियान में सहभागिता कर व्यक्त किये। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री के. सी. शर्मा, उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य श्री सुभाष कुमावत सहित विद्यालयीन परिवार से डॉ. पूर्णिमा शर्मा, श्री गिरीश सारस्वत, श्री सुनील कुमार कदम, श्री हरीशचंद्र रत्नावत, श्री आर. सी. पांचाल, श्री मनोज मूणत, श्री डी.सी. पाटीदार, श्री शरद शर्मा, श्रीमती माया मौर्य, श्रीमती ज्योति चावला, श्रीमती अंकिता पाल, श्री एस.एल. प्रजापत, सुश्री दिव्या मल्ल, श्रीमती यशस्वी वर्मा, श्रीमती मंजू गुप्ता, डॉ. ललित मेहता, श्रीमती सीमा अग्निहोत्री, श्रीमती आशा शक्तावत, श्रीमती प्रतिभा तिवारी, श्री अनिल शर्मा, श्रीमती रीना कोठारी, श्रीमती एस.एल. भदौरिया, श्री मुन्नेश बघेल, श्री दातारसिंह शक्तावत, श्री सुरेश राठौर, श्री ईश्वर सिंह राठौर, सुश्री भावना शक्तावत, श्रीमती तृप्ति वत्स, श्री रामनिवास राठौर, श्रीमती खुशबू शुक्ला,श्रीमती प्रमिला शर्मा, श्री सैय्यद ताहिर अली, श्रीमती राधा सूर्यवंशी, श्रीमती सुधा भट्ट, श्री जयपालसिंह कुशवाह, श्रीमती सपना केथुनिया, श्री आत्माराम, श्रीमती अर्चना काकड़े, श्री पंकज तिवारी, श्री महेश जोशी, श्री सत्यनारायण उपाध्याय, श्री रमेशचंद्र मकवाना, श्री मिश्रीलाल, श्री प्रकाश भाभर, श्री कैलाश उपस्थित थे। सभी ने पौधारोपण में सहभागीता कर उनकी देखरेख व सरंक्षण का संकल्प लिया। उत्कृष्ट परिसर में आयोजित इस महाअभियान में 40 से अधिक फलदार पौधे रोपे गए जिसमें मुख्यतः जामुन, आम, आंवला, सहित नीम, बड़ व अन्य छायादार पौधों का रोपण किया गया।
ज्ञातत्व है कि मध्यप्रदेश शासन ने आम जन की सहभागिता से धरती को पुनः हरियाली से आच्छेदित करने हेतु 1 मार्च से 5 मार्च तक महा पौधारोपण अभियान ‘अंकुर’ प्रारंभ किया है, जिसके तहत विभिन्न क्षेत्रों में विभागों व संस्थाओं के माध्यम से जनचेतना जाग्रत कर बड़े पैमाने पर पौधा रोपण जारी है।