पश्चिम बंगाल में नए लहसुन की शुरूआत

  • छिंदवाड़ा आसपास का माल नागपुर मंडी में जोरदार आवक
  • नई लहसुन देशी 500 से 4000 तक, ऊंटी माल 2000 से 10000 के आसपास

रतलाम 24 मार्च 2022 (मोतीलाल बाफना)। मध्यप्रदेश, राजस्थान में नए लहसुन की आवक धीरे-धीरे होली के बाद रंगपंचमी के पश्चात 23 मार्च से उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में धीरे-धीरे जोरदार आवकें होना शुरू और प्रदेश की अधिकतर छोटी-बड़ी मंडियों मे भी आवकें प्रारम्भ और निलामी शुरू हुई । वहीं मध्यप्रदेश और राजस्थान के बाद पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश बार्डर के आसपास नए लहसुन जो वहां उत्पादन होता है वहां की आवक प्रारम्भ हो गई। वहां का माल बांग्लादेश एवं बंगाल का माल पश्चिम बंगाल के लहसुन बिक्री सेंटरों पर पहुचंना प्र्रारम्भ हो गया है। मार्च अप्रैल माह में गुजरात एवं उत्तरप्रदेश आदि कुछ राज्यों में नए लहसुन की शुरूआत हो सकती है । इस वर्ष मध्यप्रदेश के मालवा रिजन में लहसुन उत्पादन तो बड़ा ही साथ ही राज्य के अन्य क्षैत्रों छिंदवाड़ा, बैतूल सहित आसपास के जिलों जबलपुर, सागर एवं भोपाल के पास विदिशा जिले में भी लहसुन की जोरदार बुआई के कारण नई लहसुन की फसलें अच्छी आना प्रारम्भ हो गई जो माल बिक्री सेंटरो पर जाकर तथा देश के भी अन्य राज्यों के बिक्री सेंटरो पर भी माल पहुंचने की चर्चा है । इस वर्ष लहसुन की फसल जोरदार होने के कारण नई लहसुन में देशी और ऊंटी माल में बाजार भाव में भारी मंदी का वातावरण चल रहा था। जो अभी कुछ दिनों में लहसुन में भाव का सुधार की भी चर्चा है । लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है गीला लहसुन में हरा पडऩे एवं सुगंधित सुगंध आने के कारण जिसे व्यापारी बोलचाल में बास वाला क्वालिटी कहते है उक्त लहसुन की आवक अभी मंडियों में ज्यादा आने की संभावना है। सुपर माल और बेस्ट क्वालिटी मालों की मात्रा मंडियों में कम आ रही है जिसके कारण जो व्यापारी देशभर तथा उत्पादन क्षैत्रो में सुपर माल स्टाक करना चाहता है ऐसा माल कम मात्रा में आ रहा जिसके कारण लहसुन बाजार में क्वालिटी मुताबिक 500 से 1000 रू. क्विंटल के आसपास तेजी का वातावरण बन गया । वहीं ऊंटी क्वालिटी में तेजी अच्छी किमत स्थापित हो रही है ऐसी भी चर्चा है । राजस्थान के छिपाबड़ौद में नया लहसुन छिपाबड़ौद, छपड़ा और आसपास छोटी-बड़ी मंडियों में आवक प्रारम्भ हो गई है । वहीं छपड़ा मंडी में ऊंटी लहसुन 10900 रू. प्रति क्विंटल तक बिकने की चर्चा है । नीचे मेंं क्वालिटी अनुसार गीला सूखा अनुसार भाव 3000 रू. से 8000 रू. के आसपास रहने की चर्चा है। वहीं बंगाल के लहसुन की भाव रिपोर्ट पूरी मिलने के बाद और आवक की जानकारी मिलने के बाद हम कुछ ही दिनों में जानकारी देने का प्रयास करेंगे ।
वहीं छिपाबड़ौद की हरनावदा जागीर मंडी में 23 मार्च बुधवार को ऊंटी लहसुन 6000 से लेकर 7400 रू. प्रति क्विटंल तक तथा छोटा माल 4000 – 5000 रू. प्रति क्विटंल तक एवं छोटा माल 1500 से 3000 रू. प्रति क्विंटल तक बिकने की चर्चा है और मंडी में उस दिन 15000 बोरी (कट्टा) के आसपास लहसुन की आवक होने की चर्चा रही । वहीं मध्यप्रदेश में रंग पंचमी बाद 23 मार्च को मध्यप्रदेश की लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की छोटी-बड़ी मंडियों में 1 लाख से अधिक बोरी लहसुन की आवक रहने की चर्चा है । वैसे मध्यप्रदेश में देशी और ऊंटी लहसुन में सुपर और सुखे मालों में तेजी का वातावरण बनने की चर्चा रही । क्योंकि भारत सरकार ने भी लहसुन के निर्यात हेतु अनुमति दिए जाने की भी चर्चा है । लेकिन जब तक विदेशी बिक्री सेंटरो पर भारत की लहसुन की डिमांड उचित मूल्य पर डिमांड निकली तो भारतीय लहसुन बांग्लादेश, मलेशिया, अरब कंट्री आदि कई देशों में निर्यात हो सकता है। लेकिन अभी यूक्रेन-रूस युद्ध की वजह से कई देशों में लहसुन निर्यात को लेकर आशंकाएं है । अगर माह-दो माह में लहसुन की डिमांड अच्छी हुई तो लहसुन के बाजार सुधर सकते है ऐसी भी चर्चा है । क्योंकि इस वर्ष 2022 में देश में देशी व उंटी लहसुन जहां-जहां जिन राज्यों में उत्पादन होता है वहां उत्पादन की फसल जोरदार उतर सकती है । बीच में बारिश के वक्त ओले गिरने से कहीं-कहीं पर मामूली नुकसान की भी चर्चा है । वहीं आज मध्यप्रदेश की उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में नया देशी लहसुन एवरेज व हल्की क्वालिटी का माल 1000 से 3000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास बडिय़ा माल 2500 रू. से 4500 रू. प्रति क्विटंल तक क्वालिटी मुताबिक भाव रहने की चर्चा है। वहीं कुछ मंडियों में नया सुपर सुखा एक-दो लाट ऊंटे भावों में भी बिक्री होकर मंडियों में लहसुन के भाव छापे जाने की भी चर्चा है । लेकिन अधिकतर एवरेज क्वालिटी व हल्का माल आ रहा है वह क्वालिटी अनुसार उत्तरप्रदेश, बिहार, उडि़सा, कर्नाटक महाराष्ट्र, राजस्थान आदि राज्यों के बिक्री सेंटरो पर तथा बेस्ट सुपर माल तमिलनाडु, केरला, गोवा आदि राज्यों में डिमांड निकलने से लहसुन के भाव ठीक रहने की चर्चा है । देश की मुख्य लहसुन बिक्री मंडी उप्र, बिहार, बंगाल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोहाटी, जोधपुर, जयपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, गोधरा, दाहोद, वड़ोदरा, अहमदाबाद, सूरत, मुम्बई, पुना, बैंगलौर, वडूगापट्टी, कोयम्बटूर, कटक, भुवनेश्वर, भ्रदक, जाजपुरटाऊन, संभलपुर, राहुलकेला, बरगड़, भारीपदा, सैलम, मदुराई, मद्रास, त्रिची, कूम्भाकोड़म, नैल्लूर, हैदराबाद, ताड़ेपल्लीगुडम, विजयवाड़ा, विशाखापट्टम, राजामहेन्द्री, समस्तीपुर, गया, मुजफ्फपुर, गोरखपुर, पटना, लखनऊ, कानपुर, बनारस, ईलाहाबाद (प्रयागराज), अमृतसर, लुधियाना, जालंधर, करनाल, गुडग़ांव, केरला के त्रिशूर, पालघाट, कालीकट, कलकत्ता बंगाल की आदि प्रमुख मंडी एवं सेंटरों पर वर्तमान लहसुन की बिक्री हो रही है वहां क्वालिटी अनुसार ट्रक भाड़ा, वजन घटी के मान से आदि खर्चे मुताबिक बिक्री परतल कम होने की भी चर्चा है । तेजी-मंदी के माहौल में व्यापारी वर्ग रूटिन में व्यापार करता है तो उसको कभी-कभी अच्छा फायदा होने की भी चर्चा रहती है। बाकी कई व्यापारी रनिंग और रूटिंग व्यापार चलाकर अपने व्यापार को संचालित करते है। वैसे इस वर्ष दीपावली बाद नई लहसुन आने के बाद लहसुन में आई मंदी से कई व्यापारियों को संकट में भी व्यापार करना पड़ा। अब तेजी-मंदी पर जिसका भाग्य ठीक रहता है उसका व्यापार अच्छा चलता है। बिक्री मंडियों में नया देशी लहसुन 2000 से 6000 तक जनरल एवं सुपर क्वालिटी माल पैकिंग क्वालिटी मुताबिक ऊपर में 8000 तक रिटेल में बिकने की चर्चा है। नई ऊंटी लहसुन क्वालिटी मुताबिक 2500 से 9000 रू. प्रति क्विटंल तक जनरल भाव व सुपर बेस्ट सुखा माल पैकिंग अनुसार ऊपर में कुछ मंडियों में एक-दो लाट 10000 से 12000 रू. के आसपास बिकने की चर्चा है।