रतलाम 19 दिसंबर (मोतीलाल बाफना)। मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश आदि राज्यों की लहसुन उत्पादन क्षैत्रों की मंडियों में लहसुन की आवक अनुसार तेजी-मंदी का माहौल बनता जा रहा है क्योंकि कुछ राज्यों में लहसुन ठंडी के कारण पोचा (हल्का) होता जा रहा है जिससे कि लहसुन की क्वालिटी कमजोर नजर आती है । मध्यप्रदेश लहसुन बिक्री मंडी ंिछंदवाड़ा (नागपुर) नीमच, पिपल्यामंडी, मंदसौर, दलौदा, जावरा, सैलाना, उज्जैन, इंदौर, बदनावर, बडऩगर, पिपलौदा, बड़ावदा, सिहोर, नरसिंहगढ़, व्यावरा, शाजापुर,सारंगपुर, सुजालपुर, आष्टा भोपाल लहसुन क्वालिटी अनुसार एवरेज हल्का माल 3500 से 4500, एवरेज माल 4500 से 5500 तक, बडिय़ा सुपर ठोस माल छोटा एवं बड़ा 4500 से 6000 तक, बड़ा माल क्वालिटी अनुसार 6000 से 9000 तक और ऊपर में कुछ मंडियों में बेस्ट सुपर कड़क मोटा माल 8000 से 11000 रू. क्विंलट तक बिकने की चर्चा है । वहीं राजस्थान में क्वालिटी अनुसार माल मंडियों में 4000 से 7000 तक तथा ऊपर में सुपर माल 9000 रू. प्रति क्विंटल के आसपास बिकने की चर्चा है । देश की बिक्री मंडियों में ग्राहकी कमजोर रहने के कारण लहसुन में तेजी-मंदी का माहौल चल रहा है। देश की अधिकांश बिक्री मंडियों में व्यापारी घरेलु व्यापार में बिल्टी कट माल मंगाकर बेचने के कारण बिक्री पर भेजने वाले व्यापारियों को व्यापार में संकटों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि कमीशन पर बेचने पर उन्हें 4 से 6 रू. प्रति किलो पर कमीशन देना पड़ता है वहीं घरेलु माल मंगाने पर वह 1 से 3 रू. किलो के अन्तर माल बेचकर मुनाफा कमाने में रहता है । इसके कारण बिक्री पर भेजने वाले देश के अधिकांश व्यापारियों का व्यापार कमजोर हो गया है ऐसी चर्चा है । गुजरात की मंडियों में लहसुन क्वालिटी अनुसार 4500 से 6000 के आसपास क्वालिटी अनुसार भाव रहने की चर्चा है । उत्तरप्रदेश में भी लगभग ऐसी स्थिति के भाव पर ही व्यापार होने की चर्चा है । एक तरफ यह भी चर्चा है कि वर्तमान में सप्ताह में चालू मंडियों में छुट्टियां अधिक आने के कारण लहसुन के बाजार घरेलु व्यापार करने वाले व्यापारी टिका कर रखते है ऐसी चर्चा है लेकिन उत्पादक कृषक अच्छी मात्रा में होने के कारण जब आवकें बढ़ती है तो उस सप्ताह में लहसुन में बाजार चाले ढीली हो जाती है और आवकें कम होने पर पुन: सुधार करने का प्रयास होता है ऐसी चर्चा है । दीपावली बाद लहसुन में 500 से 1500 रू. प्रति क्विंटल की तेजी-मंदी हो जाने की भी चर्चा है । क्योंकि आगामी कुछ माह बाद जनवरी माह में नए लहसुन की आवकें अच्छी प्रारम्भ हो सकती है ऐसी चर्चा है । पहले तो जनवरी माह में नया ऊटी लहसुन मध्यप्रदेश में आवकें बढऩे की संभावनाएं बाद में देशी लहसुन की आवकें बढ़ेगी जिसकी वजह से अब लहसुन में लम्बी तेजी की संभावनाएं व्यापारी वर्ग कम मानकर व्यापार करता है ऐसी भी एक चर्चा है ।