रतलाम । राज्य शासन द्वारा कोरोना वायरस के दोबारा आक्रमण को देखते हुए अनेक संस्थान बंद करने के निर्देश प्रसारित किए है भीड़भाड़ वाले इलाके तथा संस्थानों में उक्त प्रतिबंध सही है लेकिन जिम्नेशियम जैसे संस्थानों में प्रतिबंध लगाना उचित नहीं कहा जा सकता जहां स्वास्थ्य निर्माण के लिए लोग इक_ा होते हैं खासकर युवाओं का यह अनिवार्य और निमित्त व्यायाम प्रक्रिया है जिन पर प्रतिबंध लगाना समझ से परे है तथा पूर्णतया गलत है ।
उक्त मांग जिला बॉडी बिल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश शर्मा तथा सचिव कुलदीप त्रिवेदी ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि रतलाम शहर सहित पूरे जिले में करीब 60-70 जिम्नेशियम संचालित हो रहे हैं जो कोरोनावायरस का पूर्णता पालन करते हुए युवाओं को व्यायाम के प्रति प्रेरित करने का कार्य कर रहे हैं वही करोड़ों रुपए का आर्थिक इन्वेस्टमेंट कर अत्याधुनिक मशीनों द्वारा जिम को चलाया जाता है । जहां कई युवाओं को रोजगार भी मिलता है ऐसे में उनके समक्ष पूरा आजीविका का संकट खड़ा हो जावेगा । श्री शर्मा ने कहा कि इस संबंध में जिला प्रशासन तथा नगर विधायक से एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार दोपहर 3.00 बजे कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन प्रदान करेगा । एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारी सर्वश्री निमिष व्यास, प्रवीण सोनी, राजीव रावत, ओमप्रकाश त्रिवेदी, मुबारिक खान, सुनील जैन एडवोकेट, रितेश नाथ, महेश व्यास, डॉ. योगेंद्र चाहर, असलम खान, रिफाकत शेरानी, विनोद यादव, ललित मोयल, जिम संचालक गण अकरम भाई, पर्वत सोनू, अमित सिंह, रतन सिंह, वसीम खान, पूर्व बॉडीबिल्डर सुनील सोलंकी, शुभम यादव, जावरा के शाहिद खान, राजकुमार शिंदे, अमजद खान, मोहम्मद जमील खान, संजू सीरवी, आशीष शर्मा, कमलेश पालीवाल, हरीश कुमावत, राजेश जोशी आदि ने उक्त मांग का समर्थन करते हुए प्रशासन से सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेने का अनुरोध किया है ।
वैसे भी जिम्नेशियम में युवा लोग व्यायाम करके अपनी कार्य क्षमता इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं तथा कोरोना महामारी के सावधानी निर्देशों का पूर्ण तरह पालन करते हुए जिम्नेशियम संचालित कर रहे हैं ऐसे में उन पर प्रतिबंध लगाना युवाओं के स्वास्थ्य के प्रति खिलवाड़ करने के बराबर है अत: जिम्नेशियम बंद करने के आदेश को राज्य शासन निरस्त करते हुए युवाओं को राहत प्रदान करें ।