बेटी आपका मामा आपके साथ है

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री कोविड-बाल कल्याण योजना के तहत माता-पिता विहीन बच्चों से वीसी के माध्यम से बात की

रतलाम । मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कोविड-बाल कल्याण योजना के तहत बीसी के माध्यम से माता-पिता विहीन बच्चों से बात की। रविवार को इस दौरान रतलाम एनआईसी कक्ष में जिले के जावरा की पल्लवी सोनी एवं उसका भाई प्रियांशु भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पल्लवी से कहा कि दुख की घड़ी में आपका मामा आपके साथ हैं। अपनी पढ़ाई अच्छे से करो आपके तथा आपके भाइयों के कैरियर एवं उच्च शिक्षा की समस्त व्यवस्थाएं की जाएगी। मुख्यमंत्री के साथ-साथ जिले के विधायक श्री चैतन्य काश्यप, डॉ. राजेंद्र पांडे, श्री दिलीप मकवाना भी आपके साथ हैं। एनआईसी कक्ष में विधायक श्री चैतन्य काश्यप, डॉ. राजेंद्र पांडे, श्री दिलीप मकवाना, कलेक्टर श्री कुमार पुरुषोत्तम, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी, श्री मनोहर पोरवाल, सीईओ श्रीमती मीनाक्षी सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती विनीता लोढा आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बात करते हुए बालिका पल्लवी से उसके माता-पिता की जानकारी ली। बालिका ने बताया कि उसके पिता की विगत दिसंबर माह में मृत्यु हो गई थी, उसकी माता की विगत दिनों कैंसर की बीमारी से मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री ने बच्चों की पढ़ाई के बारे में पूछा तो बालिका पल्लवी ने बताया कि उसने बीबीए की पढ़ाई पूर्ण कर ली है। आगे एमबीए करने का इरादा है। मुख्यमंत्री ने कहा आपका मामा आपके साथ है, पढ़ाई पूरी करने के लिए प्रत्येक मदद की जाएगी। साथ ही उसके भाइयों की पढ़ाई के लिए भी पूरी मदद करेंगे। बालिका का छोटा भाई प्रियांश जावरा कॉलेज में बीएससी में अध्ययनरत है एक और छोटा भाई है वह भी पढ़ाई कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि माता-पिता का साथ नहीं होना अत्यंत पीड़ादायक है लेकिन हम सब आपके साथ हैं मेरा स्नेह और आशीर्वाद आपके साथ हैं।
इस दौरान विधायक श्री चैतन्य काश्यप ने बच्चों को प्रधानमंत्री आवास एवं पट्टा उपलब्धता कार्रवाई कराने हेतु मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। श्री काश्यप के साथ ही विधायक डॉक्टर पांडे, श्री मकवाना ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि जिले के माता-पिता विहीन बच्चों की जरूरत के अनुसार प्रधानमंत्री आवास उपलब्ध कराने, पट्टा दिलवाने की कार्रवाई की जाना है। साथ ही ऐसे सभी बच्चों को अन्य सहूलियत, उनकी उच्च शिक्षा एवं केरियर निर्माण के लिए कार्य योजना बनाई जाए। इस पर मुख्यमंत्री द्वारा तुरंत संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया। विधायक श्री पांडे ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले के 186 बच्चे चिन्हित किए हैं जिन्हें जनप्रतिनिधि, अधिकारी गोद लेने की योजना बना रहे हैं। इस पर मुख्यमंत्री द्वारा जनप्रतिनिधियों की उत्तम भावना की सराहना की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा 173 बच्चों को पेंशन वितरित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना के पात्र हितग्राही बच्चों को निवास से वर्चुअली पेंशन राशि का वितरण किया। योजना के शुभारंभ अवसर पर 130 परिवारों के 173 बच्चों के खातों में प्रति बच्चा प्रतिमाह 5 हजार रूपये के मान से सिंगल क्लिक से राशि अंतरित की गई। प्रमुख सचिव महिला एवं बाल विकास श्री अशोक शाह ने योजना की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के हितग्राही बच्चों और बच्चों के संरक्षकों से वर्चुअली संवाद किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अभिभावकों और बच्चों को संबोधित भी किया। प्रदेश की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कार्यक्रम से जुड़ी थीं।
प्रभावित बच्चों के गरिमापूर्ण जीवन के लिए है योजना
उल्लेखनीय है कि कोरोना के कारण जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है उन्हें तत्काल सहायता उपलब्ध कराने और उनके गरिमापूर्ण जीवन निर्वाह के लिए मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना आरंभ की गई है। 21 मई 2021 से आरंभ इस योजना में बच्चों को 5 हजार रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता, नि:शुल्क राशन और बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी।
मेरी जिंदगी का सब से भयानक दौर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश एक भयानक त्रासदी से गुजरा है। ऐसी महामारी सैकड़ों सालों में एक बार आती है। कोरोना की पहली लहर का प्रकोप कम था परंतु दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या अप्रत्याशित रूप से तेजी से बढ़ी और वायरस की अधिक घातकता के कारण कई लोग हमारा साथ छोड़ गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मेरी जिंदगी का सब से भयानक दौर था। संभालने के कई प्रयासों के बाद भी हम कई भाई-बहनों को बचा नहीं पाये। मासूम बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठने से स्थिति अधिक पीड़ादायक बनी। जिन घरों में अब माता-पिता दोनों नहीं हैं वहां वेदना बहुत अधिक है।
सरकार और समाज को इन बच्चों का दायित्व लेना होगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ऐसे बच्चों को दर-दर की ठोकरें खाने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। सरकार और समाज को इन बच्चों का दायित्व लेना होगा। कोविड के प्रकोप में प्रभावित हुए बच्चे अपने आप को अकेला नहीं समझें। उनकी पूरी चिंता की जाएगी। राज्य सरकार ने प्रत्येक बच्चे के लिए 5 हजार रूपये प्रतिमाह की आर्थिक सहायता, ऐसे बच्चों और उनके संरक्षक को प्रतिमाह नि:शुल्क राशन और पढ़ाई की व्यवस्था की है। समाज भी इस दिशा में आगे आ रहा है। रतलाम में हुई पहल सराहनीय है।
नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चों की नि:शुल्क पढ़ाई की व्यवस्था की जाएगी। यदि बच्चा नवीं से 12 वीं में निजी स्कूल में पढ़ता है तो साल में एक मुश्त दस हजार रूपये की सहायता दी जायेगी। शासकीय अनुदान प्राप्त कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों की व्यवस्था भी की जाएगी। जो बच्चे जेइई मेन्स परीक्षा या इसी प्रकार की अन्य परीक्षा के द्वारा निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश पाते हैं, उन्हें 1.50 लाख रूपये तक का शुल्क शासन द्वारा प्रदान किया जायेगा। नीट परीक्षा से प्रवेश पर शासकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों का पूरा शुल्क राज्य शासन द्वारा वहन किया जायेगा। कामन लॉ एडमीशन टेस्ट के द्वारा या राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित परीक्षा में या दिल्ली विश्वविद्यालय में 12वीं कक्षा के बाद होने वाले एडमीशन में कॉलेजों का समस्त शुल्क राज्य सरकार देगी। पढ़ाई के लिए लेपटॉप या टेबलेट की आवश्यकता होगी तो उसकी व्यवस्था भी की जाएगी।
अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों की शादी के समय सहायता के संबंध में भी राज्य सरकार विचार करेगी। इसके साथ ही प्रभावित बच्चों को राज्य सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिया जायेगा।
बच्चों को केन्द्र की कारपस फंड योजना का लाभ भी मिलेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार का 7वाँ वर्ष पूर्ण हुआ है। प्रधानमंत्री श्री मोदी संवेदनशील प्रधानमंत्री हैं। वे हमारी प्ररेणा हैं। उनके द्वारा इन बच्चों के लिए आरंभ की गई योजना में 10 लाख रूपये कारपस फंड की व्यवस्था है। यह सहायता भी बच्चों को प्राप्त होगी। अत: बच्चों को चिंता की जरूरत नहीं है। वे मेहनत करें, आगे बढ़ें और संकट को पार करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। मेरी शुभकामनाएं और आशीर्वाद सदैव साथ है।
कोरोना अनुकूल व्यवहार बनाये रखें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। कल 78 हजार से अधिक टेस्ट हुए जिनमें से 14 हजार 500 पॉजिटिव आये हैं। 5 हजार से अधिक व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश का पॉजिटिविटी रेट 1.8 प्रतिशत और रिकवरी रेट 95.5 प्रतिशत हो गया है। डिंडोरी, आगर-मालवा और भिंड में कल एक भी केस नहीं आया। अब प्रदेश में धीर-धीरे अनलॉक की प्रकिया आरंभ होगी। परंतु हमें लगातार सावधानी बरतनी है। वायरस अभी हमारे बीच है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही हमें पुन: संकट में ला सकती है। अत: हमें लगातार कोरोना अनुकूल व्यवहार बनाये रखना है।
अन्य अभिभाव विहीन बच्चों की पहचान की जाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिला कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि कोविड के अतिरिक्त अन्य कारणों से माता-पिता या अभिभावक विहीन बच्चों की पहचान की जाए। ऐसे बच्चों को भटकने या गलत हाथों में पड़ने नहीं दिया जायेगा। इन बच्चों की सूची बनाकर उनके रहने, अवास और पढ़ाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।