विदेशों में भारतीय प्याज की डिमांड रहते हुए कोलम्बों (श्रीलंका) में भारतीय अच्छी क्वालिटी का प्याज रैफर वाला 110 से 120 रू. प्रति किलो तक बिकने की चर्चा

रतलाम 30 सिंतबर 2021 (मोतीलाल बाफना)। नासिक (महा.) डिलेवरी प्याज दुबई, कोलम्बो, मलेशिया, बांग्लादेश, वियतनाम आदि अन्य देशों के लिए डोमेस्टिक प्याज जो वहां की डिमाडं अनुसार जूट पैकिंग, नेट पैकिंग प्याज गोल्टा 25 से 30 एम.एम., मीडियम 35 से 40 एम.एम., मुकुल साईज 40 से 45 एम.एम., बिग साईज 50 से 55 एम.एम. माल वहां की प्रमुख मंडियों में गोदाम डिलेवरी 2500 से 2700 रू. के प्रति क्विंटल के आसपास बिकने की चर्चा है । कोलम्बो (श्रीलंका) के प्याज मार्केट मेंएक्साईड ड्युटी भाड़े खर्चा अनुसार वहां की करंसी मुताबिक क्वालिटी अनुसार भारतीय प्याज 110 से 120 रू. प्रति किलो के आसपास बिकने की चर्चा है ।
आज महाराष्ट्र के प्याज उत्पादन क्षैत्रकी प्रमुख मंडियों में जैसे अहमदनगर, उमराणा, मनमाड़, कराड़, मंनचर, मालेगांव, राहुरी, संगमनेर, वम्बोरी, लॉसलगांव, येवला, चांकण, घोड़ेगांव, कराड़, कोल्हापुर नांदगांव, कलवान, धुिलया, पारनेर, नासिक, चांदवड़, बोलठाण, चालिसगांव, आलेफंटा, पिपलगांव बंसत, नामपुर, राहता, नांदूरासिगोंट, निपाड़ आदि मंडियों में लाल एवं गावनार प्याज एवं प्रमुख बिक्री मंडियाँ मुम्बई, शोलापुर, कोल्हापुर, पुना, नागपुर, अकोला, नांदेड़, औरंगाबाद आदि एवं कोल्हापुर तरफ नया प्याज की आवकें शुरू हो गई है जो माल देश की बिक्री सेंटरों पर प्याज में भारी तेजी का रूख देखने को मिला । प्याज अलग-अलग मंडियों में क्वालिटी अनुसार सरकारी निलामी में 1000 से 2700 तक जनरल भाव और ऊपर में कुछ मंडियों में 3000 के आसपास भी बिकने की चर्चा है। अभी तुफान महाराष्ट्र में आने से कई जिलो में जोरदार बारिश होने की भी चर्चा है । वहीं मध्यप्रदेश की प्याज मंडियों में प्याज क्वालिटी अनुसार 1000 से 2500 रू. प्रति क्विंटल के आसपास साईज और क्वालिटी अनुसार माल बिकने की चर्चा है । वैसे म.प्र. की प्याज उत्पादन क्षैत्रों की मंडियां रतलाम, मंदसौर, शाजापुर, खंडवा, सागर, उज्जैन, जबलपुर आदि छोटी-बड़ी मंडियों में प्याज की आवकें अच्छी होने की चर्चा है । लेकिन एवरेज क्वालिटी और हल्के प्याज की आवक भी चर्चा है ।


व्यापारियों की मांग – रतलाम में सुविधायुक्त नई लहसुन-प्याज मंडी शीघ्र हो प्रारम्भ

रतलाम मंडी में भी जोरदार आवक के साथ प्याज में ऊपर अच्छा माल दिखता है और अंदर हल्का एवरेज खराब माल भी थोडा मिक्स आने पर व्यापारी वर्ग जब ट्राली खाली कराता है तो हल्का माल होने पर छटनी कर सड़ा माल वापस देने की चर्चा भी चर्चा है । लेकिन रतलाम मंडी प्रशासन ने प्याज की छटन को लेकर स्थानीय व्यापारियों को अभी एक-दो दिन में नोटिस भी देने की चर्चा है । क्योंकि रतलाम में अधिकतर थोक प्याज व्याापरियों के पास मंडी के आसपास व मंडी परिसर में गोदाम नहीं होने से लोर्डिंग होने पर माल खराब होने की दशा में व्यापारी जब छटनी कराता है तो आए दिन व्यापारियों, कृषकों और मंडी प्रशासन में राज्य शासन के निर्देशानुसार विवाद की स्थिति उत्पन्न होती रहती है। जब तक व्यापारियों को रतलाम में प्याज व्यापारी और लहसुन व्यापारियों को नया मंडी प्रांगण जो कि महू-नीमच रोड़ पर अनाज मंडी के पीछे 23 बीघा जमीन में जो कि मंडी बोर्ड नेप्याज-लहसुन निलामी व्यापार के लिए आवंटित किए जाने की चर्चा के बीच बीते वर्षो में उक्त प्रांगण का कार्य शुभारम्भ करने का भी मोहर्रत एक कार्यक्रम द्वारा निर्वाचित पूर्व मंडी बोर्ड के कार्यकाल मेंसम्पन्न हुआ था। लेकिन आज तक सिर्फ बाउण्ड्री की दिवारों के अलावा उक्त परिसर अन्य दूसरा निर्माण कार्य प्रांरम्भ नहीं होने के कारणबरसात में प्याज व्यापारियों को बड़ी परेशानियों का सामना आए दिन करना पड़ता है। कभी-कभी तो माल चोरी होने की भी शिकायतें चर्चा में रहती है । यही हाल सैलाना रोड़, लहसुन प्याज थोक नीलामी मंडी में बरसात का पानी भारी तादाद में भरजाने से लहसुन के भी थोक व्यापारियों और उत्पादन कृषकों को भी भारी परेशानियों का सामना आए दिन करना पड़ता है। सब्जी मंडी रतलाम में आए दिन निलामी का माल (व्यापारियों का) जो तोल कर रखा जाता है वहां पर आए दिन कुछ व्यापारियों के यहां से लहसुन के दागिने चोरी होने की चर्चा रहती है। पिछले वर्षो में कई बार व्यापारियों द्वारा मंडी प्रशासन, पुलिस प्रशासन को चोरी की लिखित शिकायतें करने के बाद भी माल चोरी रोकने के लिए व्यापक व्यवस्था नहीं किए जाने से लहसुन के थोक व्यापारियों में आक्रोश देखा गया था। क्योंकि माल मंडी प्रांगण में खुला ही बारदान में भरा हुआ माल लोर्डिंग करने के लिए पड़ा रहता है। क्योंकि व्यापारी लोर्डिंग गाड़ी मिलने पर अपना माल गाड़ी में लोड करता है। रतलाम मंडी में आज प्याज ऊपर में 2600 रू. प्रति क्विं. कालूखेड़ी का बिकने की चर्चा है । रतलाम में आए दिन आवक संभावित 300 से 600 ट्राली तक चालू मंडी में आने की चर्चा है ।
इसी प्रकार देश की अन्य राज्यों मेें कन्नूल आदि स्थानों का प्याज आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक का लोकल प्याज की आवक वहां की बिक्री मंडियों में अच्छी मात्रा में होने की चर्चा है और भाव क्वालिटी अनुसार एवरेज क्वालिटी से लगाकर सुपर क्वालिटी का एक्स्ट्रा माल 1000 से 3000 तक बिकने की चर्चा है। देश की प्रमुख बिक्री सेंटर जैसे दिल्ली, हुबली, कोयम्बटूर, मदुराई, कोलकाता, गुवाहाटी, जोराहट, नागालैंड, इम्पाल, बनारस, कानपुर, अहमदाबाद, बिलासपुर, रायपुर, कटक, भुवनेश्वर, रांची, टाटा जमशेदपुर, अमृतसर, लुधियाना, जालांधंर, फिरोजपुर, खन्ना, जगंराव, मलेरकोटला, सोनीपत, पानीपत, करनाल, जयपुर, जोधपुर, बिकानेर, सहारनपुर, गया, पटना, पूपरी सीतामढ़ी, समस्तीपुर, गोरखपुर, मैसूर, निजामाबाद, खम्मम, ताड़ेपल्लीगुड्म, राजामहेन्द्री, विजयवाड़ा, रायगढ़, खड्गपुर, सिलीगुड्डी, श्रीनगर, राहुलकेला, संभलपुर, बरगढ़, जम्मू, आदि मंडियों में क्वालिटी अनुसार ट्रक, भाड़े, कमीशन खर्च, लम्बी दूरी पर क्वालिटी अनुसार प्याज मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश का पुराना व नया प्याज मंडियों में जो आवकें हो रही है वह माल क्वालिटी अनुसार ट्रक, भाड़े आदि खर्च मुताबिक 1500 रू. प्रति क्विंटल से 3000 तक जनरल भाव और लम्बी दूरी पर भाड़े व खर्चे मुताबिक ऊपर में 3400-3500 रू. प्रति क्विंटल के आसपास भी बिक्री होने की चर्चा है । जो खेरची में व्यापारी के बेचने की चर्चा ह। प्याज की आई तेजी से जिन उत्पादक कृषकों ने प्याज का स्टाक कर रखा है उन्हें वर्तमान में अच्छे दाम मिलने से खुश होने की चर्चा है ।

मंडी प्रशासन द्वारा प्याज व्यापारी को दिए गए नोटिस की छायाप्रति ।