कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया, स्वच्छता पर ध्यान दें : कलेक्टर

  • पान, गुटखा लेकर जाना प्रतिबंधित, प्रवेश गेट पर होगी जांच, ऑक्सीजन पूर्ति एवं प्रबंधन को पुख्ता बनाने, मॉक टेस्ट के निर्देश

छतरपुर | कलेक्टर छतरपुर संदीप जी आर ने सीएमएचओ और सिविल सर्जन के साथ शुक्रवार की प्रात: जिला चिकित्सालय के आकस्मिक निरीक्षण में निर्देश दिये कि चिकित्सालय में रोगी और उनके साथ आने वाले परिजन पान एवं गुटखा खाकर यहां वहां नहीं थूकें। इस आचरण पर तत्काल प्रतिबंधित लगायें। इसके लिये प्रवेश द्वार (एंट्री प्वाइंट) पर ही कड़ाई से जांच करें और जिन परिजन के पास पान, गुटखा एवं धूम्रपान सामग्री पायी जाती है तो उन्हें प्रवेश नहीं दें। जिला चिकित्सालय के वार्डों में धूम्रपान सामग्री के उपयोग पर नियंत्रण लगाने के लिये गस्त दल गठित करें। जो रोगी एवं परिजनों के धूम्रपान पर निगाह रखे। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं होगी। कोविड की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुये ऑक्सीजन प्रबंधन से जुड़ी सभी व्यवस्था को पुख्ता बनाने के निर्देश देते हुये कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक 15 दिवस में मॉकटेस्ट करें। कलेक्टर ने निरीक्षण के उपरांत कहा कि बोरवेल से सुरक्षित निकाली गई बच्ची दिव्यांशी जिसे शुक्रवार की देर रात्रि यहां उपचार के लिये भर्ती किया गया है उसका हालचाल लेने तथा कोविड की तीसरी लहर के आशंका के चलते चिकित्सालय में मेडीकल संबंधी प्रबंधन की तैयारियों का जायजा लेने ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता और कार्य प्रणाली को कार्यशील बनाये रखने के लिये यह निरीक्षण किया गया। जो कमियां पाई गई उसे सुधारने के निर्देश दिये गये है।
कलेक्टर ने एनआरसी वार्ड सहित पांचवीं मंजिल पर निर्माणाधीन कार्यों का अवलोकन करते हुये निर्देश दिये कि इस कार्य को समयबद्ध तरीके से गुणवत्ता पूर्ण ढंग से पूर्ण करायें। चिकित्सालय में लगे अनुपयोगी सुरक्षा उपकरणों को हटाये और उनके स्थान पर नये उपकरण लगाये। उन्होंने कोविड आईसीयू वार्ड का निरीक्षण करते हुये ऑक्सीजन सप्लाई प्वाइंट और पोर्ट वेंटीलेटर प्रबंधन का जायजा लिया और निर्देश दिये कि सभी फंक्शन कार्यशील रहे। उन्होंने आईसीयू में मौजूद नर्स एवं स्टॉफ की सेवाएं इसके अलावा कोविड टीकाकरण में दिये जाने के निर्देश दिये। कोविड केन्द्र का जायजा लेते हुये यहां उपस्थित एएनएम एवं अन्य स्वास्थ्य कर्ताओं से खड़े रहने का कारण पूछा। उन्होंने कोविड टीकाकरण के लिये उपस्थित दल को 11:30 बजे तक तय केन्द्रों पर नहीं भेजे जाने पर असंतोष प्रकट करते हुये दल को तुरंत प्रस्थान कराने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने चिकित्सालय के प्रागंण में फैल रहे पानी की जानकारी ली। जिसमें पाया गया कि ओवरफ्लो होने से पानी फैल रहा है। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को निर्देश दिये कि टंकी भरने के बाद किसी कर्मचारी को सप्लाई बंद कराने की स्थायी जिम्मेदारी सौंपे। कोविड टीकाकरण के निरीक्षण में उन्होंने टीका लगवा चुके शिवम नायक से पूछा कौन सी दवा लगवाई है शिवम ने बताया कि भोपाल में व्यवसाय करने से पहला डोज भोपाल में ही लगवाया गया। कलेक्टर ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया। इस प्लांट के देखरेख की जानकारी ली। सिविल सर्जन ने यहां निर्मित हो चुके दो ऑक्सीजन प्लांट और निर्मित हो रहे 600 लीटर प्रति मिनिट ऑक्सीजन बनने वाले प्लांट के निर्माण की जानकारी दी। कलेक्टर ने सिविल सर्जन को प्रति रोगी लगने वाली ऑक्सीजन और बेड क्षमता के अनुसार फुल कैपेसिटी पर ऑक्सीजन की खपत प्रतिदिन कितनी होगी का कैलकुलेशन चार्ट तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने रेन बसेरा का निरीक्षण भी किया।