मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वर्चुअल कान्फ्रेसिंग के माध्यम से महिला स्वसहायता समूहों को 150 करोड रूपये के ऋण वितरण किए

रतलाम । स्व सहायता समूह की महिलाओं को प्रदेश सरकार एवं आजीविका मिशन के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिल रहा है। जिससे आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का प्रदेश शासन का संकल्प पूरा हो रहा है। यह बात मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से वर्चुअल कान्फ्रेसिंग के माध्यम से महिला स्वसहायता समूहों को 150 करोड रूपये के ऋण आनलाईन वितरण करते हुए कही। इस दौरान रतलाम जिले के 33 समूहों के खातों में 65 लाख रुपए की ऋण राशि पहुंची। इस अवसर पर रतलाम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सीईओ जिला पंचायत श्री संदीप केरकेट्टा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक श्री राकेश गर्ग, ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला समन्वयक श्री हिमांशु शुक्ला, ग्राम मूंदडी के कंवलका समूह तथा राम आजीविका स्वय सहायता समूह एवं बिंलपांक के लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की महिला सदस्याएं उपस्थित रही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम के दौरान श्योपुर, सागर, बैतूल तथा अनूपपुर जिले की आजीविका मिशन द्वारा गठित स्व सहायता समूह की महिलाओं से बात चीत की तथा उनकी सफलता की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओ के सशक्तिकरण से आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का संकल्प पूरा होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी तीन-चार वर्षो में पाईप लाईन बिछाकर घर घर नल जल योजना के माध्यम से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं की आय बढने से वे अपने बच्चो की पढाई पर ध्यान दे रहीं है। बच्चो की पढाई अवश्य कराएं। शिक्षा तथा तकनीकी महाविद्यालयों में प्रवेश मिलने पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी।
कार्यक्रम में ग्राम मूंदडी के कवलका समूह तथा राम आजीविका स्वयं सहायता समूह एवं बिलपांक के लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को सीईओ जिला पंचायत तथा जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक द्वारा ऋण राशि के चेक भी प्रदान किए गए।