जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता

रतलाम । 28 नवम्बर को निजी क्षेत्र से यूरिया 217 मैट्रिक टन, डीएपी 45 मैट्रिक टन, एनपीके 34 मैट्रिक टन, पोटाश 43 मैट्रिक टन तथा एसएसपी 30 मैट्रिक टन कृषकों को वितरण किया गया है। इसी प्रकार सहकारिता क्षैत्र से यूरिया 528 मैट्रिक टन, डी.ए.पी 117 मैट्रिक टन, एम.ओ.पी. 5 मैट्रिक टन, एन.पी.के.एस. 25 मैट्रिक टन तथा एस.एस.पी. 21 मैट्रिक टन का वितरण किया गया। जिले में कुल 745 मैट्रिक टन यूरिया, 162 मैट्रिक टन डी.ए.पी., 48 मैट्रिक टन पोटाश, एन.पी.के 59 मैट्रिक टन तथा 51 मैट्रिक टन एस.एस.पी, का वितरण कराया गया है। कुल 1065 मैट्रिक टन वितरण हुआ है।
उप संचालक कृषि श्री विजय चौरसिया ने बताया कि उर्वरक आपूर्ति हेतु रतलाम में उर्वरक निर्माता नेशनल फर्टीलाईजर्स लि. की एक रेक 28 नवम्बर को धोंसवास रेक पाईन्ट पर प्राप्त होना सम्भावित है जिसमें से जिले को 1661 मैट्रिक टन यूरिया निजी विक्रेताओं एंव सहकारिता को प्राप्त होगा। जिले में सहकारिता क्षेत्र में 2190 मैट्रिक टन यूरिया तथा निजी क्षेत्र में 252 मैट्रिक टन यूरिया, कुल यूरिया 2442 मैट्रिक टन, सहकारिता क्षेत्र में 3244 मैट्रिक टन डीएपी तथा निजी क्षेत्र में 721 मैट्रिक टन डीएपी कुल डी.ए.पी. 3965 मैट्रिक टन, सहकारिता क्षेत्र में एनपीके 992 मैट्रिक टन तथा निजी क्षेत्र में एनपीके 1807 मैट्रिक टन कुल एन.पी.के. 2799 मैट्रिक टन, सहकारिता क्षेत्र में पोटाश 197 मैट्रिक टन तथा निजी क्षेत्र में पोटाश 1066 मैट्रिक टन कुल पोटाश 1263 मैट्रिक टन तथा सहकारिता क्षेत्र में एसएसपी 2100 मैट्रिक टन तथा निजी क्षेत्र में एसएसपी 3200 मैट्रिक टन, कुल सिंगल सुपर फास्फेट 5300 मैट्रिक टन का जिले में सहकारिता क्षेत्र एवं निजी क्षेत्र में भण्डारित है।
जिले के किसानों को सुगमता से उर्वरकों का वितरण हो, इस हेतु जिला स्तरीय दल का गठन किया गया है। साथ ही समस्त उर्वरक निरीक्षकों को सतत भ्रमण कर नगद विक्रय केन्द्रों पर भीड न होने पाये तथा निजी विक्रेताओ की फर्मो पर किसानों को सुगमता से उर्वरक प्राप्त हो, इस हेतु सम्बन्धित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। किसान भाई अपनी आवश्यकता अनुसार उर्वरकों का भण्डारण करें जिससे वो अपने खेत में सुचारू रूप से बोनी कर सकें तथा उर्वरकों का संतुलित मात्रा में ही उपयोग करें।