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रतलाम । मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा किसानों से की जा रही जैविक खेती की अपील से प्रभावित होकर जिले के धामनोद के कृषक श्री चंद्रभानसिंह चौधरी द्वारा 36 बीघा में जैविक खेती की जा रही है। श्री चौधरी रबी तथा खरीफ दोनों ही मौसमों में जैविक खेती कर रहे हैं, शुद्ध जैविक उपजा रहे हैं।
बीएससी प्रथम वर्ष उत्तीर्ण श्री चौधरी किसानों के लिए जैविक खेती के क्षेत्र में आदर्श बने हैं। लगभग 4 वर्ष पूर्व उन्होंने जैविक खेती में हाथ बढ़ाएं, कृषि विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन और जानकारियों को आधार बनाकर श्री चौधरी ने सोयाबीन, मक्का, अरहर जैसी फसलों में रासायनिक खाद का बिल्कुल भी इस्तेमाल करना बंद कर दिया। इसके साथ गेहूं, चना जैसी रबी फसलों में भी रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल कतई नहीं करते हैं। श्री चौधरी उद्यानिकी फसलों के क्षेत्र में भी अग्रगामी होकर उद्यानिकी कृषक की भूमिका बखूबी निभा रहे हैं। उनके द्वारा केला, अमरूद, आम जैसी उद्यानिकी फसलें ली जा रही हैं। दिन में रासायनिक खाद का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
इसके साथ ही उन्होंने 2 वर्ष पूर्व हिमाचल प्रदेश से ऑनलाइन सेवफल के 70 से 80 पौधे मंगाकर अपनी भूमि में लगाए है। आगामी फरवरी माह में फल आने वाले हैं। उनका कहना है कि लगातार रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से भूमि की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही थी। रासायनिक खेती से बीमारियां तो होती ही हैं, साथ ही भूमि की उर्वरा शक्ति घटने से लागत बढ़ती जाती है। मुनाफा कम होता जाता है। सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए श्री चौधरी ने अपनी 36 बीघा संपूर्ण भूमि में जैविक खेती करना शुरू की।
श्री चौधरी ने जब जैविक खेती का आरंभ किया तो रासायनिक खाद एवं पेस्टिसाइड्स नहीं डालते हुए प्राकृतिक खेती के विभिन्न घटकों जैसे वीजा अमृत, जीवामृत, दशपर्णी अर्क, ब्रह्मास्त्र वापसा जैसे प्राकृतिक कीटनाशकों एवं उर्वरकों का उपयोग किया। खेती में मल्चिंग तथा अंतर्भरती फसलों को लिया गया। देसी खाद के लिए दो गायों का पालन भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विगत 2 वर्षों में उन्होंने 5 बीघा भूमि में गेहू की फसल ली जिस पर लागत 41 हजार 500 रुपए आई। 45 क्विंटल उपज हुई, बाजार भाव 3200 प्रति क्विंटल के मान से 1 लाख 44 हजार रुपए की आय प्राप्त हुई। शुद्ध मुनाफा 1 लाख 2 हजार रुपए मिला जो रासायनिक खेती की तुलना में दुगना है। उन्होंने किसानों से आग्रह भी किया है कि वह ज्यादा से ज्यादा प्राकृतिक खेती करें। बीमारियों की रोकथाम में मददगार बने अपने पर्यावरण भूमि जल को स्वच्छ बनाए रखने में योगदान दें। श्री चंद्रभान चौधरी का मोबाइल नंबर 99260 15122 हैं।