रतलाम । वनमण्डल रतलाम के अन्तर्गत वन समितियों का गठन किया गया है। समितियां वनों का संरक्षण करने के साथ ही वनों को विकसित कर ग्राम विकास का कार्य करती है। रतलाम जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूरस्थ ग्राम बायडी में ग्राम वन समिति का गठन किया गया है। वन विभाग ने ग्राम वन समिति बायडी को वन कक्ष क्रमांक पी 56 रकबा 339.405 हेक्टर संयुक्त वन प्रबंधन हेतु आवंटित किया है।
ग्राम वन समिति के सचिव वनरक्षक श्री गजराजसिंह डोडिया एवं अध्यक्ष श्री कन्हैयालाल बताते हैं कि समिति द्वारा आवंटित क्षेत्र में लगभग 20-22 वर्ष पूर्व घांस बीड और विभागीय वृक्षारोपण कार्य किया गया। जल भण्डार से वन क्षेत्र की लगातार सुरक्षा, देखरेख, चक्रिय चराई कर ग्राम के मवेशियों का प्रबंधन कर क्षेत्र को विकसित किया गया। समिति क्षेत्र कक्ष पी-56 में 21 से 30 से.मी. गोलाई के वर्तमान में वृक्ष देखे सकते हैं। आज इस क्षेत्र में पर्याप्त घांस की पैदावार होती है जो पशुओं का मुख्य आहार होता है। ग्राम बायडी के 45 परिवारों में घांस का वितरण आपस सर्वसम्मति से किया जाता है। क्षेत्र से ग्राम बायडी को घांस की पूर्ति हो जाती है, बाहर से घांस नहीं लाना पडती है।
वर्तमान में विगत दो वर्षों से घांस निःशुल्क ही वितरित की जा रही है। ग्रामीणों द्वारा उत्साहपूर्वक वन क्षेत्र तथा घांस बीड की सुरक्षा अपने स्तर पर की जाती है। गौरतलब है कि वनमण्डल रतलाम अन्तर्गत कुल 79 समितियों द्वारा घांस उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करते हुए कुल 386.11 टन घांस उत्पादित की गई है जिसकी अनुमानित कीमत करीब 13 लाख 17 हजार 384 रुपए है।