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रतलाम । श्री राजपूत नवयुवक मंडल न्यास एवं महिला मंडल हाथी खाना रतलाम के तत्वाधान में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया गया । इससे पूर्व कथा की शोभा यात्रा मुख्य यजमान श्रीमती उषा स्व. ठाकुर तखतसिंह जी पंवार पुत्र श्री मनोज सिंह पंवार के निवास स्थान से प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए श्री राजपूत धर्मशाला हाथीखाना पर पहुंची । शोभा यात्रा में यात्रा का स्वागत गोपालसिंह गेहलोत मित्र मंडल श्री राजपूत नवयुवक मंडल न्यास , श्री राजेन्द्र सिंह पंवार ( बापू) परिवार द्वारा किया गया । भागवत कथा के प्रारंभ में पोथी पूजन एवं व्यासपीठाचार्य पं. हेमंत जी कश्यप का स्वागत श्रीमती उषा पंवार द्वारा किया गया ।
पं. हेमन्त जी काश्यप ने गुरु व ईश्वर की कृपा का महत्व बताया ।उन्होने कहा कि हमारे जीवन में ऊर्जा के जितने ोत है , उनमें से एक है , किसी की कृपा प्राप्त कर लेना ।
यदि कृपा करने का वाला गुरु या ईश्वर है तो समझ लीजिए । आपके भीतर ऊर्जा का भंडार उतर रहा है । थकान मनुष्य का स्वभाव है । इसलिये उसे विश्राम भी लेना पड़ेगा । जब वह मध्यकाल आये जिसमें आप थकान मिटा रहे हो और एक नये उत्साह की तलाश में हो तो तुरंत अपने आप को गुरु व ईश्वर से जोड़ देना । शिष्यत्व एक उपजाऊ भूमि है जिसमेें गुरु व ईश्वर की कृपा की बुदांबंदी हुई । ईश्वर की कृपा प्राप्त हो जाये तो निराशा दूर हो जाती है । गुरु कृपा की , मिले या ईश्वर की लेने का प्रयास जरुर कीजिए । अंत में आरती कर प्रसादी वितरण की ।
श्रीमती उषा कुंवर सुपुत्र मनोज पंवार एवं राजपूत नवयुवक मंडल न्यास एवं महिला मंडल द्वारा भगवत कथा में अधिक अधिक संख्या मे ंपधारकर धर्मलाभ लेने का निवेदन किया है । इस अवसर पर राजेन्द्र सिंह गोयल , मनोहर सिंह चौहान , शैलेन्द्रसिंह एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे ।